धर्म डेस्क: दीवाली हर साल कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाई जाती है। इस बार दीवाली में बहुत ही शुभ संयोग बन रहा है। इस बार दीवाली 19 अक्टूबर, गुरुवार के दिन पड़ रही है। इस बार दीवाली में पूरे 27 साल बाद गुरु और चित्रा नक्षत्र का महासंयोग होगा। जिसके कारण इस दिन महालक्ष्मी और गणपति जी की विधि-विधान के साथ पूजा करना कई गुना अधिक फल दिला सकता है। आपको बता दें नक्षत्र मेखला के अनुसार अब ऐसा संयोग पूरे 4 साल बाद यानी कि 2021 में पड़ेगा।
इस संयोग में घर की सजावट का समना खरीदना फलदायी साबित हो सकता है। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार ऐसा संयोग सन 1990 को पड़ा था। इस दीवाली की खास बात ये है कि इस बार 7 चौघड़िया, एक अभिजीत मुहूर्त और 2 लग्न मिलकर दिन से रात तक खरीददारी के लिए शुभ माना जा रहा है। साथ ही इस सयोग में महालक्ष्मी और गणपति की पूजा करना भी शुभ होगा।
इस समय पड़ेगा प्रदोष काल
19 अक्टूबर को सुबह 7 बजकर 25 मिनट का प्रदोष काल चतुग्रही संयोग भी दीवाली पर ज्यादातर लोग प्रदोष काल में महालक्ष्मी की पूजा करते है। इसलिए इस बार शाम 5 बजकर 54 मिनट से रात 8 बजकर 26 मिनच तक परे 2 घंटे 22 मिनट का प्रदोष काल होगा।
कई सालों बाद बनता है ऐसा संयोग
ज्योतिषचार्य आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार अमावस्या तिथि, गुरुवार एवं चित्रा नक्षत्र एक साथ होने का योग बहुत कम बनता है। गुरु को सोना, जमीन, कृषि भूमि का कारक गृह माना जाता है। वहीं चित्रा नक्षत्र चांदी, कपड़े, वाहन और इलेक्ट्रॉनिक चीजों के लिए खास है।
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