चित्रिणी
ऐसी स्त्रियां सभी को प्रेम करती है। किसी को भी दुख देना इन्हे पसंद नही होता है। यह हर काम में निपुण होती है। जिसके कारण यह हर काम जल्दी से कर लेती है। यह हर काम में निपुण होती है। साथ ही यह अधिक बुद्धिमान भी होती है, लेकिन इनसे मेहनत वाला काम नही होता है। इन्हें श्रृंगार करमा बहुत अधिक पसंद होता है। यह दिखने में बहुत सुंदर होती है।
ऐसी महिलाएं धार्मिक प्रवृत्ति की होती है। इस तरह की स्त्रियों की उम्र केवल 48 साल की होती है। करीब इमके तीन संतान होती है। यह एर पटरानी की करह रहती है। अगर ऐसे लक्षण किसी गरीब घर में जनिमी लड़की के होते है तो वह अपने भाग्य से महारानी बनती है। ऐसी स्त्रियों का मन भोग-विलास में कम लगता है।
जिस लड़की का शरीर कोमल और हिरन की तरह आंखे, जांघ और पेट हो तो वह लडकी गरीब भी होगी तो भी वह राजा के समान पति पाएगी।
पुंश्चली
पुंश्चली स्वभाव की लड़कियों को नाम मात्र की बा लज्जा नही होती है। इसी कारम यह परिवार के दुखों का कारण बनती है। इनके मस्तक का चमकीला बिंदु भी मलीन दिखाई देता है। ये हर बात को काट करने वाली होती है। यह अपने पति से ज्यादा दूसरे लोगों पर ज्यादा आकर्षित होती है। जिसके कारण इनका समाज में सम्मान नही होता है। इनके वाणी तीखी होती है।
जो किसी के बारें में भी बुरा बोल सकती है।यदि ये किसी से सामान्य रूप से बात भी करती हैं तो ऐसा लगता है कि जैसे ये विवाद कर रही हैं। इनकी भाग्य रेखा व पुण्य रेखा छिन्न-भिन्न रहती है। इनके हाथ में दो शंख रेखाएं व नाक पर तिल होता है।