जिस प्रकार देवी मां लक्ष्मी की उत्पत्ति सागर मंथन से हुई थी उसी प्रकार भगवान धन्वंतरि भी अमृत कलश के साथ सागर मंथन से उत्पन्न हुए हैं। कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन ही धन्वंतरि का जन्म हुआ था इसलिए इस दिन को धनतेरस के नाम से जाना जाता है। भगवान धन्वंतरि कलश लेकर प्रकट हुए थे इसलिए ही इस अवसर पर बर्तन खरीदने की परंपरा है। इस साल धनतेरस का पर्व 2 नवंबर को मनाया जा रहा है।
शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि धनतेरस के दिन सोने, चांदी, तांबा, वाहन, घर, संपत्ति आदि वस्तुएं खरीदने पर धन्वंतरि देवता 13 गुना वृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। जानिए धनतेरस के दिन किस शुभ मुहुर्त में खरीदारी करना होगा शुभ।
Dhanteras 2021: धनतेरस के दिन बिल्कुल भी न खरीदें ये चीजें, हो सकता है अशुभ
धनतेरस के दिन खरीदारी के लिए दिन का मुहूर्त
प्रदोष काल- शाम 5 बजकर 35 मिनट से 8 बजकर 14 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त– सुबह 11 बजकर 42 मिनट से 12 बजकर 26 मिनट तक
त्रिपुष्कर योग- सुबह 6 बजकर 6 मिनट से 11 बजकर 31 तक। इस योग में खरीदारी शुभ रहेगी।
धनतेरस मुहूर्त- शाम 6 बजकर 18 मिनट से 8 बजकर 11 मिनट तक में पूजा और खरीदारी करना शुभ रहेगा।
वैधृति योग- आज शाम 6 बजकर 14 मिनट तक रहेगा
विजय मुहूर्त : दोपहर 1 बजकर 33 मिनट से दोपहर 2 बजकर 18 मिनट तक
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धनतेरस के दिन घर लाएं ये चीजें
- धनतेरस के दिन सोना, चांदी के अलावा पीतल की चीजें घर लाना माना जाता है शुभ।
- आज के दिन दिवाली से संबंधी लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति के अलावा गट्टा, बताशा, खील, दीपक आदि खरीदना अच्छा होता है।
- मां लक्ष्मी को कौड़ियां काफी पसंद है। आप चाहें तो धनतेरस के दिन कौड़ियां खरीदकर ला सकते है।
- आक की जड़ लक्ष्मी से संबंधित है। इसलिए दिवाली से पहले किसी भी शुक्रवार के दिन विधि-विधान के साथ सफेद आक की जड़ की पूजा करें। इसके बाद इसे तिजोरी पर रख दें।
- कमल गट्टा मुख्य रुप से कमल के बीज से बनता है। इसलिए इसमें मां लक्ष्मी का वास होता है। इसे भी जरूर लेकर आएं।
- अगर मां लक्ष्मी की कृपा दृष्टि माना चाहते हैं तो इस दिन श्रीयंत्र जरूर लाएं।