धर्म डेस्क: हिंदू धर्म में गुरु को भगवान का दर्जा दिया गया है। भारत में सबसे पहले गुरु मां को कहा गया हैं क्योंकि वहीं अपने बच्चों की पहली गुरु होती हैं। उसके बाद अन्य कोई व्यक्ति गुरु होता है। एक गुरु ही होती हैं जो अपने शिष्यों का सही ढंग से मार्गदर्शन करता है। गुरु वही नहीं होता है जो हमें किताबों का ज्ञान देते हैं बल्कि गुरु उसे भी माना जा सकता है जो हमारा सही मार्गदर्शन करे।
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कई बार हमें समझ नहीं आता है कि हम किसे अपना गुरु बनाएं। जिसके कारण हम कभी-कभी गलत लोगों को अपना गुरु मान लेते है। जिसके कारण हमे कई परेशानिय़ों का सामना भी करना पडता हैं।
अगर आप भी किसी को अपना गुरु बनाने के बारें में सोच रहें हैं। और आपको समझ नहीं आ रहा है कि किसे बनाएं, तो हम आपको बताते हैं कि आप किसे अपना गुरु मान सकते हैं। आज गुरू पूर्णिमा के दिन जानिए दस ऐसे लोगों बारें में जिन्हें हमेशा अपना गुरु समझना चाहिए।
धार्मिक व्यक्ति
यदि कोई धार्मिक व्यक्ति हमें कोई सलाह देता हैं तो उसे गुरू समझकर उसकी बात सुननी चाहिए। क्योंकि जो व्यक्ति धार्मिक होती है। वह हमेशा धर्म के कामों में लगा रहता हैं। किसी की बुरा नही चाहता साथ ही वो सभी की मदद भी करता हैं।
ब्राह्मण का पुत्र
ब्राह्मण का पुत्र भी गुरु के समान होता हैं, क्योंकि ब्राह्मण का पुत्र भी अपने पिता के समान ज्ञानी होता हैं। इसलिए उसकी कही पर बात को मानना चाहिए। वह हमेशा हमें अच्छी शिक्षा देगा।
अध्यापक
एक अध्यापक ही होता है जो हमें सही-गलत का रास्ता बताता है। वो अपने ज्ञान से हमारा पथ प्रदर्शन करता है जिससे हम लोग सफलता प्राप्त करते हैं। इसलिए अध्यापक की कही हर बात को मानना चाहिए। वह हमेशा हमारा हित चाहेगा।
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