कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि से छठ महापर्व शुरू हो जाता है। इसे सूर्य षष्ठी व्रत भी कहा जाता है। दीपावली के बाद बड़े त्योहारों में शामिल छठ पूजा का बड़ा ही विशेष महत्व है। 18 नवंबर से 21 नवंबर तक छठ पूजा का यह व्रत मुख्य रूप से संतान की लंबी आयु, अच्छी सेहत, पारिवारिक सुख-समृद्धि और मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए किया जाता है। छठ पूजा का ये त्योहार पूरे चार दिनों तक मनाया जाता है | इस पर्व की रौनक सबसे ज्यादा बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल में देखने को मिलती है। चार दिनों तक चलने वाले इस कठिन त्योहार में छठी मइया की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जाती है।
छठ पूजा की सामग्री बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। जिसकी पहले से ही लिस्ट बनाना जरूरी होता है ताकि व्रत के समय किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े। देख लें पूरी लिस्ट।
चार दिन का छठ महापर्व
पहला दिन- नहाय खाय
दूसरा दिन- खरना
तीसरा दिन -सायंकालीन अर्ध्य
चौथा दिन- प्रातकालीन अर्ध्य
छठ पूजा के लिए सामग्री की लिस्ट
- छठ पूजा का प्रसाद रखने के लिए बांस की दो बड़ी-बड़ी टोकरियां
- बांस या फिर पीतल का सूप
- एक लोटा (दूध और जल अर्पण करने के लिए)
- एक थाली
- पान
- सुपारी
- चावल
- सिंदूर
- घी का दीपक
- शहद
- धूप या अगरबत्ती
Chhath Recipe: छठ पूजा का का मुख्य प्रसाद है ठेकुआ, जानिए बनाने की सिंपल विधि
- शकरकंदी
- सुथनी
- 5 पत्तियां लगे हुए गन्ने
- मूली, अदरक और हल्दी का हरा पौधा
- बड़ा वाला नींबू
- फल जैसे नाशपाती, केला और शरीफा
- पानी वाला नारियल
- मिठाईयां
- गेहूं, चावल का आटा
- गुड़
- ठेकुआ
- खुद के लिए नए वस्त्र