कार्तिक शुक्ल पक्ष की उदया तिथि षष्ठी और बुधवार का दिन है। इसके साथ ही सूर्य षष्ठी व्रत का तीसरा और महत्वपूर्ण दिन है। शाम के समय डूबते हुए सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जायेगा। छठ पूजा के तीसरे दिन किये जाने वालें विशेष उपायों के बारे में जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
- अगर आप अपना तेज कायम रखना चाहते हैं तो आपको शाम के समय एक लोटे में जल लेकर, उसमें एक लाल रंग का फूल डालकर सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए और दोनों हाथ जोड़कर सूर्यदेव को प्रणाम करना चाहिए।
- अगर आप कोई प्राइवेट जॉब करते हैं और आपके अन्दर प्रतिभा होते हुए भी आपको मन मुताबिक प्रोजेक्ट या ऑफिस में अच्छी पॉजीशन नहीं मिल पा रही है और आपके काम का फायदा दूसरे लोग उठा ले जाते हैं तो अपने पिता को एक तांबे का सिक्का भेंट करें और सूर्यदेव के इस मंत्र का दो माला जप करें | मंत्र इस प्रकार है-'ऊँ घृणिः सूर्याय नमः।'
- अगर आप सरकारी नौकरी में हैं और आपको अपनी नौकरी में किसी प्रकार की परेशानी आ रही है या आपका प्रमोशन होते-होते अटक गया है तो आपको सूर्यदेव के इस विशेष मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है - ‘ऊँ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्याय श्रीं।’
- अगर आप समाज में अपना मान-सम्मान और ताकत बनाये रखना चाहते हैं तो शाम के समय सूर्यदेव को प्रणाम करके, चौबीस बार गायत्री मंत्र का जाप करें | गायत्री मन्त्र इस प्रकार है-'ॐ भूर्भुव स्वः तत् सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥' जप करते समय अपने सामने शिलाजीत का टुकड़ा रखें। इस प्रकार गायत्री मंत्र का जप करने के बाद उस शिलाजीत का अगले 45 दिनों तक थोड़ा-थोड़ा करके सेवन करें।
- अगर आपकी संतान का ट्रांसफर कहीं दूर अनचाही जगह पर हो रहा है तो इस दिन लाल गाय की सेवा करनी चाहिए। आज के दिन गेहूं को उबालकर, उसमें थोड़ा-सा नमक मिलाकर गाय को खिलाना चाहिए।
- अगर आपके पिता की सेहत कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रही है तो अपने पिता के वजन के दसवें हिस्से के बराबर बाजरा या गेहूं उनके हाथों से स्पर्श कराकर मन्दिर में दान करें।
- अगर आप अपने परिवार की खुशहाली और सबका अच्छा स्वास्थ्य बरकरार रखना चाहते हैं तो शाम के समय किसी तालाब के किनारे जाकर एक थाली में कच्चा नारियल, फूल और धूप-दीप रखकर सूर्यदेव की पूजा करनी चाहिए और पूजा के बाद घर आकर नारियल को प्रसाद के रूप में परिवार के सब सदस्यों में देना चाहिए।
- अगर आप संतान सुख पाने की इच्छा रखते हैं तो शाम के समय सूर्यदेव को अर्घ्य दें, साथ ही गेहूं के आटे और गुड़ को मिलाकर कुछ पकवान बनाएं और उसे पक्षियों को डाल दें।
- अगर आप अपनी संतान के जीवन में सुख-समृद्धि बनाये रखना चाहते हैं तो आपको थोड़े-से गुड़ के मीठे चावल बनाकर सूर्यदेव को दिखाकर अपने मन्दिर में रखना चाहिए और सूर्यदेव के इस मंत्र का जप करना चाहिए । मंत्र इस प्रकार है- ‘ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:।‘ आज इस मंत्र का 108 बार जप करने के बाद उन मीठे चावलों को प्रसाद के रूप में अपनी संतान को खाने के लिये दें।