धर्म डेस्क: 11 नवंबर को नहाए-खाएं के साथ छठ पर्व की शुरुआत हो जाएगी। जो कि प्रमुख पर्वों में से एक माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि छठ माता सूर्य देव की बहन है। जिसके कारण इस दिन भगवान सूर्य को पूजा जाता है। माना जाता है कि छठ माता को प्रसन्न करने के लिए भगवान सूर्य की पूजा विधि-विधान के साथ करना चाहिए।
छठ पूजा के दिन बहुत ही विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। छठ पूजा 11 नवंबर से शुरु होकर 14 नवंबर की सुबह उगते हुए सूर्य को अर्ध्य देने के बाद ही समाप्त होगा। इस दिन पूजा में अगर विधि-विधान न होगी, तो आपकी एक गलती छठ माना को नाखुश कर सकते है। जानिए इन दिन पूजा करते समय ये गलतियां न करें।
- माना जाता है कि प्याज और लहसुन शाकाहारी नहीं होता है। यह तासमिक श्रेणी में आता है। इसलिए इन दिनों में इसका सेवन तो करना ही नहीं चाहिए। इसके साथ ही इसे घर पर भी नहीं रखना चाहिए।
- बिना साफ-सुथरे कोई भी पूजा की सामग्री न छुएं।
- जो भी महिलाओं व्रती हो उनकी बेड में नहीं सोना चाहिए।
- पूजा के दिनों में किसी को भी फल का सेवन नहीं करना चाहिए।
- पूजा का प्रसाद बनाते समय खाएं नहीं। इसके साथ नमक और इससे बनी हुई चीजों को न छुए।
- छठ पूजा का समान इधर-उधर न रखें। एक स्थान चुनकर साफ जगह पर रखें।
- इन दिनों में शराब, सिगरेट से कोसों दूर रहना चाहिए।
- इन दिनों में नॉन वेज से दूरी बन कर रखें।
- पूजा के समय गंदे कपड़े न पहने। साफ सूथरे होकर ही पूजा करें।
- इन दिनों में सेंधा नमक का इस्तेमाल करें।
- अगर आप व्रती है, तो बिना सूर्य को अर्ध्य दिए जल या भोजन ग्रहण न करें।
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