- सूतक के समय अनाज और कोई पुराना कपड़ा निकालकर अलग रख लेना चाहिए और ग्रहण समाप्त होने के बाद दोनों चीज़ों को ग्रहण का दान लेने वाले को देना चाहिए।
- ग्रहण के समय मानसिक शांति बनाये रखने के लिए चन्द्रदेव के मंत्रों का जाप करना चाहिए।
मंत्र है-
'ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नम:'