धर्म डेस्क: आज पूर्णिमा के साथ ही चन्द्रगहण भी है, जो कि भारत में भी देखा जायेगा। जब पृथ्वी, सूर्य और चन्द्रमा के बीच में आ जाती है, तो पृथ्वी की प्रच्छाया से चन्द्रमा ढक जाता है और चन्द्रग्रहण लग जाता है। आज खग्रास चन्द्रगहण है। चन्द्रकांति मालिन्य शाम 04:20 पर आरंभ होगा, जबकि चन्द्रग्रहण का स्पर्शकाल शाम 05:18 पर होगा।
दिल्ली में चंद्र ग्रहण शाम 5 बजकर 58 मिनट में दिखेगा। किसी भी ग्रहण के दौरान सूतक के समय का भी खास ख्याल रखना चाहिए। आज सुबह 08:09 पर ही सूतक लग जायेगा और चन्द्रनिर्मला कांति होते ही, यानी 09:40 पर सूतक समाप्त हो जायेगा।
- आपको बता दें कि सूतक लगने से पहले घर में सभी पानी के बर्तन में, दूध में और दही में कुश या तुलसी की पत्ती या दूब धोकर डालनी चाहिए। माना जाता है कि चन्द्रग्रहण पर हमारे चारों ओर कुछ निगेटिव इलेक्ट्रो मैग्नेटिक फील्ड क्रिएट होता है और कुश, तुलसी और दूर्वा, इस निगेटिव फिल्ड को वायुमंडल से दूर रखने में मदद करती हैं। ग्रहण समाप्त होने के बाद विभिन्न द्रव्य पदार्थों में डाली गई कुश, तुलसी या दुर्वा को निकालकर पीपल के पेड़ में चढ़ा देना चाहिए।
- सूतक के दौरान कोई भी काम करने की मनाही होती है। इस दौरान रसोई से संबंधित कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए, खासकर कि गर्भवती महिलाओं को इस दौरान विशेष ख्याल रखने की आवश्यकता है। इस दौरान ना ही कुछ छौंकना या बघारना चाहिए, ना ही कुछ काटना या छीलना चाहिए। साथ ही सुई में धागा भी नहीं डालना चाहिये।
- सूतक के समय गर्भवती महिला के कमरे के बाहर गोबर से स्वास्तिक का चिह्न बनाना चाहिए। ऐसा करने से निगेटिव ऊर्जा उनसे दूर रहेगी।
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