नई दिल्ली: आचार्य चाणक्य ने पारिवारिक संबंधों और पत्नी-पत्नी के आपसी व्यवहार पर भी अपनी गूढ़ बातें दुनिया के सामने रखी हैं। आचार्य का कहना था कि आपकी पत्नी मृदु स्वभाव की होनी चाहिए तभी आपका पारिवारिक जीवन सफल रहता है।
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उन्होंने पतियों को सुझाव देते हुए कहा कि अगर उनकी पत्नी हरदम गुस्से में रहती है और वह शांत व्यवहार में कम ही दिखती है तो हमें ऐसी पत्नी का त्याग कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि भले ही आपकी पत्नी रुपवान हो, लेकिन अगर गुस्सा उसके स्वभाव में है तो उसके साथ जीवन-यापन काफी मुश्किल होता है। हम आज आपको अपनी खबर में किसी को भी वश में करने के साथ साथ चाणक्य द्वारा सुझाई गई आपकी सबसे बड़ी बीमारी के बारे में भी बात करेंगे
लोभ
आचार्य लोभ को सबसे बड़ी बीमारी मानते हैं। उनका मानना था कि लोग एक मानसिक बीमारी होती है। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि शारीरिक बीमारियों का इलाज एलोपैथी, होम्योपैथी और आर्युवेद से किया जा सकता है, लेकिन मानसिक बीमारी का कोई इलाज नहीं है। इसलिए लालच नहीं करना चाहिए क्योंकि जिस किसी के भी मन में लालच जाग जाता है उसका पतन होना निश्चित हो जाता है।
ऐसे करें किसी को भी वश में
आचार्य चाणक्य ने अलग अलग स्वभाव के व्यक्तियों के हिसाब से उन्हें अपने वश में करने के तरीके सुझाए हैं। जैसे कि अगर कोई व्यक्ति धन का लालची है तो उसे पैसा देकर, घमंडी व्यक्ति को हाथ जोड़कर, मूर्ख व्यक्ति को उसकी बात मान कर और ज्ञानवान व्यक्ति को सत्य बोलकर वश में किया जा सकता है।
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