Highlights
- बड़े संकट से उबरने के लिए ध्यान में रखें ये तीन बातें।
- बुरे वक्त में कभी ना खोएं आत्मविश्वास।
- मुश्किल वक्त में काम आता है धन और धैर्य।
आचार्य चाणक्य की नीतियां और विचार भले ही आपको थोड़े कठोर लगे लेकिन ये कठोरता ही जीवन की सच्चाई है। हम लोग भागदौड़ भरी जिंदगी में इन विचारों को भले ही नजरअंदाज कर दें लेकिन ये वचन जीवन की हर कसौटी पर आपकी मदद करेंगे। आचार्य चाणक्य के इन्हीं विचारों में से आज हम एक और विचार का विश्लेषण करेंगे। आज का ये विचार जीवन में बड़े संकट से उबरने के लिए कुछ बातों को ध्यान में रखने पर आधारित है।
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कभी ना खोएं आत्मविश्वास
आचार्य चाणक्य का कहते हैं कि किसी भी तरह की मुसीबत आने पर अपने आत्मविश्वास को प्रबल बनाएं रखना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि संकट की घड़ी में यही व्यक्ति की सबसे बड़ी शक्ति होती है। कमजोर आत्मविश्वास वाले लोगों के मन में भय रहता है, जिससे कोई भी फैसला लेना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में जरूरी है कि लोग खुद पर भरोसा रखें और संकट का समाधान ढूंढने पर ध्यान दें।
संकट में काम आता है धन
चाणक्य के अनुसार हर व्यक्ति को अपने बुरे समय के लिए पैसा बचाकर रखना चाहिए। अगर कठिन परिस्थिति में आपके पास धन नहीं है तो परेशानियां दोगुना बढ़ जाएंगी। इसलिए बचत करने की आदत होना बहुत जरूरी होता है।
मुश्किल वक्त में धैर्य का परिचय
संकट की घड़ी नें लोगों को किस तरह पेश आना चाहिए, इस बात को लेकर आचार्य चाणक्य ने लिखा है कि ऐसे समय में लोगों को धैर्य का परिचय देना चाहिए। ऐसे समय में कोई भी फैसला बहुत सोच-समझकर ही लेना चाहिए। साथ ही सभी पहलुओं की पड़ताल करके ही कोई कदम उठाना चाहिए।