ऐसे करें पूजा
सबसे पहले जिन देवी-देवताओ एवं गणों व योगिनियों को आपने कलश में आमंत्रित किया है। उन्हें दूध, दही, घृत और शहद से स्नान कराएं। इसके बाद इन पर फूल, अक्षत, रोली, चंदन और मां को दूध या इससे बनी हुई कोई मिठाई या खीर का भोग लगाएं। इसके बाद आचमन करें फिर पान, सुपारी और कुछ दक्षिणा रखकर चढ़ाएं। इसके बाद अपने हाथों में एक फूल लेकर प्रार्थना करते हुए इस मंत्र का उच्चारण कर मां का ध्यान करें।
पिण्डज प्रवरारुढ़ा चण्डकोपास्त्र कैर्युता |
प्रसादं तनुते मह्यं चंद्र घंष्टेति विश्रुता ||
साथ ही किसी कन्या को बुलाकर पूजा कर भोजन में दही और हलवा खिलाएं को मां जल्द ही प्रसन्न होगी। शाम को रोज मां की आरती करना न भूलें ।