धर्म डेस्क: आज का दिन कई मायनों में खास है। जी हां चैत्र शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि सुबह 08:03 तक ही रहेगी, उसके बाद नवमी तिथि लग जायेगी और नवमी तिथि अगले सूर्योदय के पहले ही 05:54 पर खत्म हो जायेगी। साथ ही आपको बता दें की 26 तारीख का सूर्योदय दशमी तिथि में होगा। लिहाजा अष्टमी और नवमी, दोनों तिथियों की नवरात्र 25 मार्च के दिन की जायेगी और रामलला का जन्मोत्सव भी इसी दिन मनाया जायेगा।
शुभ मुहूर्त
अष्टमी के दिन सुबह 8 बजकर 3 मिनट से 26 मार्च की सुबह 5 बजकर 50 मिनट कर।
ऐसे करें विसर्जन
इस दिन कन्या पूजन जरुर करें। इसके बाद एक फूल एवं चावल के कुछ दाने हथेली में लें और संकल्प लें| कलश में स्थापित नारियल और चढ़ावे के तौर पर सभी फल, मिष्ठान्न आदि को स्वयं भी ग्रहण करें और परिजनों को भी दें।
घट के पवित्र जल का पूरे घर में छिडकाव करें और फिर सम्पूर्ण परिवार इसे प्रसाद स्वरुप ग्रहण करें। घट में रखें सिक्कों को अपने गुल्लक में रख सकते हैं, बरकत होती है|
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