धर्म डेस्क: हर साल चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ महीनों में चार बार नवरात्र आते हैं लेकिन चैत्र और आश्विन माह की शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तक चलने वाले नवरात्र ही ज्यादा लोकप्रिय हैं। धर्म ग्रंथों, पुराणों के अनुसार चैत्र नवरात्रों का समय बहुत ही भाग्यशाली बताया गया है। इसका एक कारण यह भी है कि प्रकृति में इस समय हर और नये जीवन का, एक नई उम्मीद का बीज अंकुरित होने लगता है।
इस बार नवरात्र की शुरुआत में ही सिद्धियोग लग रहा है। जो कि बहुत ही शुभ माना जा रहा है। इसके साथ ही सप्तमी और अष्टमी एक ही दिन पड़ रहे है। जानिए किस दिन किस देवी को पूजा जाता है। साथ ही जाने घटस्थापना का शुभ मुहूर्त।
चैत्र नवरात्र कब से कब तक
साल 2018 में चैत्र नवरात्र 18 से 25 मार्च तक रहेंगें। पहले दिन घटस्थापना का मुहूर्त सुबह 06:31 बजे से 07:46 बजे तक रहेगा। प्रतिपदा 17 मार्च को सांय 6 बजकर 41 मिनट पर शुरु होगी। 25 को अंतिम नवरात्र होगा साथ ही इस दिन प्रभु श्री राम की जयतीं यानी रामनवमी भी मनाई जायेगी। नवरात्र व्रत के पारण की तिथि 26 मार्च को दशमी के दिन है।
चैत्र नवरात्रि तिथि
18 मार्च, 2018: इस दिन कलश स्थापना होगी व नवरात्र के पहले दिन होनी वाली मां शैलपुत्री की पूजा की जायेगी।
19 मार्च, 2018: नवरात्र के दूसरे दिन माता ब्रह्मचारिणी की पूजा की जायेगी।
20 मार्च, 2018: नवरात्र के तीसरे दिन देवी दुर्गा के चन्द्रघंटा रूप की आराधना की जायेगी।
21 मार्च, 2018: नवरात्र पर्व के चौथे दिन मां भगवती के देवी कूष्मांडा स्वरूप की उपासना की जायेगी।
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