वास्तु शास्त्र में आज जानिए भाई दूज की पूजा के बारे में। भाई दूज का यह त्यौहार भाई-बहन के प्यार का प्रतीक है और इस दिन बहन को रोली तिलक लगाकर भाई की पूजा करनी चाहिए, जिनके भाई पास में न हों, वे गोला लेकर उसको तिलक लगा सकती हैं और बाद में जब भाई मिले तो, उसे दे दें।
यहां पर जरूरी बात यह है कि तिलक लगाते समय भाई का मुंह किस दिशा में होना चाहिए। तिलक के समय भाई का मुंह उत्तर या उत्तर-पश्चिम में से किसी एक दिशा में होना चाहिए और बहन का मुख उत्तर-पूर्व या पूर्व में होना चाहिए। जबकि पूजा के लिये चॉक उत्तर-पूर्व में बनाना चाहिए।
पूजा में चॉक बनाने के लिये आटे और गोबर का इस्तेमाल किया जाता है। वास्तु शास्त्र में ये थी चर्चा भाई दूज की पूजा के बारे में, उम्मीद है आप इस वास्तु टिप्स को अपनाकर जरुर लाभ उठाएंगे।