माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन लोग मां सरस्वती की पूजा की जाती है। संगीत प्रेमी और विद्यार्थी खास तौर पर ये पर्व मनाते हैं जिससे मां सरस्वती का आशीर्वाद उन्हें मिल सके। आपने देखा होगा कि बसंत पंचमी पर लोग पीले वस्त्र पहनते हैं, वहीं पीले रंग का प्रसाद और पीले पुष्प माता को भेंट किए जाते हैं। आइए जानते हैं कि इसके पीछे की वजह क्या है?
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धार्मिक मान्यता है कि पीला रंग शुभ, शुद्ध और सात्विक होता है। यह रंग सादगी को दर्शाता है। वहीं माना जाता है कि पीला रंग माता सरस्वती का प्रिय रंग है। माना जाता है कि जब सरस्वती अवतरित हुई थीं उस वक्त ब्रह्मांड में लाल, पीली और नीली आभा हुई थी। सबसे पहले पीली आभा दिखी थी।
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दूसरी वजह ये भी है कि बसंत ऋतु की शुरुआत हो रही है और इस मौसम में सरसों के खेत फल-फूल रहे होते हैं और चारों तरफ पीला रंग फैला बेहद खूबसूरत लगता है। हर फसल पकने लगती है और पेड़-पौधों में नई कपोलें फूटती हैं। हर तरफ प्रकृति पीले और सुनहरे रंग की नजर आती है, इस वजह से भी इस दिन लोग पीले वस्त्र पहनते हैं। इस दिन माता को पीले रंग के वस्त्र का भोग लगाया जाता है, वहीं फल, फूल भी पीले ही चढ़ाए जाते हैं। माता को पीले रंग के मीठे चावल का भोग भी लगाया जाता है।