धर्म डेस्क: ज्योतिषचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार खरमास 13 अप्रैल से समाप्त हो रहे है। जिसके साथ ही शादी होने का सीजन शुरु हो जाएगा। जिसके बाद पूरे 4 महीने शादियों की बौछार रहेगी। खरमास खत्म होते ही 16 अप्रैल से शादियों का सीजन शुरू हो रहा है। इसके बाद आगामी चार महीने तक शादियों की धूमधाम रहेगी। 16 अप्रैल से 3 जुलाई तक शादियों के 45 मुहूर्त हैं। खास बात यह है कि, देवशयनी ग्यारस के बाद इस बार शादियों पर पांच महीने तक कोई शादी नहीं होगी।
ये भी पढ़े
- आपकी पत्नी में है ये गुण, तो बदल जाएगी आपकी किस्मत
- पाना है लाइफ में हमेशा सक्सेस, तो याद रखें गौतम बुद्ध की ये अनमोल बातें
- ...तो इस कारण हिंदू धर्म में शाम को शादी करना माना जाता है शुभ
- पवनपुत्र हनुमान के 10 प्रसिद्ध मंदिर, दर्शनमात्र से हो जाएंगे सभी कष्ट दूर
4 जुलाई से लेकर 18 नवंबर तक शादी का एक भी मुहुर्त नहीं है। आमतौर पर देवशयनी ग्यारस के बाद चार महीने तक शादी व अन्य मांगलिक काम नहीं होते। शादियों के सबसे ज्यादा मुहूर्त जून महीने में हैं। जून में 18 मुहूर्त श्रेष्ठ हैं जिनमें शादी, गृह प्रवेश, शादियों के संबंध जैसे अन्य मांगलिक कार्य कराएं जा सकते है।
वैशाख शुक्ल की अक्षय तृतीया को मनाने को लेक हिंदू पंचाग में थोड़ी निभिन्नता पाई जा रही है। कुछ पंचाग में 28 अप्रैल तो किसी में 29 अप्रैल को है। अधिकतर पंचाग में 29 अप्रैल को सर्वक्षेष्ठ माना गया है। इस दिन से ही मांगिलक कार्यों की शुरुआज हो जाती है।
देवउठनी ग्यारस से 4 महिने न होगी कोई शादी
हिंदू पंचांग में देवशयनी ग्यारस के बाद शादी व अन्य मांगलिक काम नहीं होते। मान्यता है कि चार महीनों के लिए देवता निद्रा में चले जाते हैं। जिसके बाद से शांदिया नहीं होगी, लेकिन इस साल पांच महीने तक शादियों के मुहूर्त नहीं निकल रहे। 4 जुलाई देवशयनी ग्यारस के बाद सीधे 18 नवंबर तक शादियों का मुहूर्त नहीं। जानिए किस महिने कितने शुभ मुहूर्त है।
अगली स्लाइड में पढ़े शुभ मुहूर्त के बारें में