धर्म डेस्क: आज रात 12 बजकर एक मिनट पर हर्षल ग्रह अधिकतम उत्तर क्रांति पर होगा। हर्षल इसी वर्ष 7 अप्रैल को मेष राशि में आया है। यह हमारे सौर्यमंडल के सातवें वृत्त में रहकर 84 वर्षों में सूर्य का एक चक्कर लगाता है। यानि कि एक राशि में सात वर्षों तक रहता है। ये वृत्त पृथ्वी पर राजनैतिक और धार्मिक परिवर्तन लाता है। दार्शनिको, चितंको, और मनोवैज्ञानिको के लिए यह ग्रह बेहद महत्वपूर्ण होता है। (बिजनेस में हो रहा है लगातार घाटा, तो अपनाएं ये वास्तु उपाय)
यह आध्यात्मिक शक्ति और आत्मबल का संचार करता है। हर्षल की सर्वाधिक उत्तर क्रांति का अलग-अलग राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा। जानिए आपकी राशि के लिए कैसा साबित होगा ये ग्रह। (तीन मुखी रुद्राक्ष दिलाता है कई बीमारियों से निजात, जानिए और फायदे)
हर्षल के गौचर का अलग-अलग राशियों पर क्या प्रभाव पड़ने जा रहा है जानिए..