धर्म डेस्क: हिंदी पंचांग के अनुसार एक माह में दो पक्ष होते हैं। एक कृष्ण पक्ष और एक शुक्ल पक्ष। दोनों की पक्षों में 15-15 तिथियां होती हैं। ज्योतिष में इन तिथियों के अलग-अलग देवता यानी स्वामी बताए गए हैं। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार इन तिथियों के अनुसार कई ऐसी चीजें होती है। जिनका सेवन नहीं करना चाहिए। नहीं तो परेशान बढ़ जाती है। जानिए ऐसी कौन सी चीजें है जिनका सेवन तिथियों के अनुसार नहीं करना चाहिए।
प्रतिपदा तिथि
इस तिथि में कोहड़ा अर्थात् कद्दू की सब्जी खाना निषिद्ध है।
द्वितीया तिथि
इस तिथि में छोटे बैंगन अथवा कटेहरी ना खाएं।
तृतीया तिथि
इस दिन परवल का सेवन करना निषिद्ध है। यह शत्रुओं की वृद्धि करने वाला होता है।
चतुर्थी तिथि
इस दिन मूली का सेवन करना निषिद्ध है। आज के दिन इसका सेवन धन का नाश कराने वाला होता है।
पंचमी तिथि
इस दिन बेल का सेवन ना करें।
षष्ठी तिथि
इस दिन नीम की पत्तियां चबाना, उसका फल या दांतुन मुंह में डालना, यहां तक कि नीम के फेशवॉश का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
सप्तमी तिथि
इस दिन खजूर मत खाइए।
अष्टमी तिथि
इस दिन नारियल का फल खाना, उसका पानी पीना निषिद्ध है।
नवमी तिथि
इस दिन लौकी मत खाइए।
दशमी तिथि
इस दिन कलम्बी का शाक ना खाएं।
एकादशी तिथि
इस दिन शिम्बी, यानी कि सेम की सब्जी ना खाएं ।
द्वादशी
इस दिन दिन पूतिका, यानी पोई का साग नहीं खाना चाहिए।
त्रयोदशी तिथि
इस दिन बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए। यह आपके पुत्र के लिये हानिकारक है।
चतुर्दशी तिथि
इस दिन तिल के तेल और दही का सेवन ना करें।
अमावस्या
इस दिन तिल के तेल और दही ना खाएं।