धर्म डेस्क: हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का बहुत अधिक महत्व है। इस दिन सूर्य भगवान की पूजा की जाती है, क्योंकि इस दिन सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में जाता है जिसके कारण इस दिन मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है। इसे उत्तरायण भी कहा जाता है। इसी कारण इस दिन सूर्य का दिन होता है। साथ ही ये भी माना जाता है कि इस दिन से देवताओं के दिन शुरु होते है।
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अगर आप चाहते है कि आपकी राशि के लिए हमेशा फलदायी है और आप पर कृपा बनाए रखे तो सूर्य भगवान के इन मंत्रों से उन्हें खुश करके आप उनकी कृपा पा सकते है।
इन मंत्रों के जाप के लिए सबसे पहले मकर संक्राति के दिन ब्रम्ह मुहूर्च में अछकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान करें। फिर एक साफ कुश के आसन में बैठकर विधि के साथ सूर्य की पूजा करें। फिर उसके बाद इन मंत्रों का जाप करें।
सूर्य देव के मंत्र
ऊं घृणि सूर्य्य: आदित्य:
पुत्र की प्राप्ति करें इस मंत्र का जाप
ऊं भास्कराय पुत्रं देहि महातेजसे।
धीमहि तन्नः सूर्य प्रचोदयात्।।
हृदय संबंधी परेशानी या कोई शारीरिक परेशानी हो तो इस मंत्र का जाप
ऊं हृां हृीं सः सूर्याय नमः।।
व्यवसाय में वृद्धि के लिए
ऊं घृणिः सूर्य आदिव्योम।।
शत्रुओं के नाश के लिए
शत्रु नाशाय ऊं हृीं हृीं सूर्याय नमः
सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए
ऊं हृां हृीं सः
सभी अनिष्ट ग्रहों की दशा के निवारण हेतु
ऊं हृीं श्रीं आं ग्रहधिराजाय आदित्याय नमः