अक्षय प्राप्ति के लिए
वहीं शीघ्र विवाह और बौद्धिक क्षमता की उन्नति के लिये आज के दिन व्रत रखकर आंवले के पेड़ की पूजा करनी चाहिए।
पुराण के अनुसार श्रीकृष्ण के परामर्श से माता कुंती ने भी अक्षय प्राप्ति के लिए इस दिन व्रत किया था।
सुंदरता के लिए
व्रती को आज के दिन अपने पूरे परिवार के साथ आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर भोजन करना चाहिए। अगर संभव हो तो वहीं पर बैठकर बनाना भी चाहिए। अगर आपके घर के आस-पास आंवले का पेड़ उपलब्ध न हो तो बाजार से आंवले का फल खरीदकर जरूर खाना चाहिए। चरक संहिता में बताया गया है कि अक्षय नवमी को महर्षि च्यवन ने भी आंवला खाया था, जिससे उन्हें पुन: नवयौवन प्राप्त हुआ था। इसलिए आप भी आज के दिन यह उपाय करके नवयौवन प्राप्त कर सकते हैं, सुन्दरता पा सकते हैं।
एक आंवले में दो संतरे जितनी मात्रा में विटामिन-सी होता है। साथ ही आयरन, जिंक, कैरोटीन, फाइबर, विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स,कैल्शियम, एंटीऑक्सीडेंट्स आदि भी अच्छी मात्रा में आंवले के अंदर पाये जाते हैं। इसलिए आज के दिन आंवले का फल खाने से बुखार, जोड़ों के दर्द, बी.पी और हृदय रोग से संबंधित बीमारियों में फायदा मिलता है।