स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से निजात
अक्षय नवमी को आंवला नवमी के नाम से भी जाना जाता है। आंवले का एक नाम धातृ भी है। इसलिए इसे धातृ नवमी भी कहा जाता है। इस दिन आंवले के वृक्ष की पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन कुछ उपाय भी किये जा सकते हैं। इन उपायों को करने से सुख-सौभाग्य में वृद्धि तो होती ही है, साथ ही दाम्पत्य संबंध भी मजबूत होते हैं और स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें दूर होती हैं।
संतान सुख के लिए
आज के दिन आंवले के वृक्ष की रोली, चावल और श्रृंगार के सामान से पूजा करने से विवाहित स्त्रियों को जल्द ही संतान सुख मिलता है।
लंबी उम्र के लिए
आज के दिन आंवले के वृक्ष के नीचे पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बैठें और पंचोपचार विधि से वृक्ष की पूजा करें। इसके बाद आंवले के वृक्ष की जड़ को दूध से सींचें। ऐसा करने से आयु में वृद्धि होती है।
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