धर्म डेस्क: वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि मनाया जाने वाला पर्व अक्षय तृतीया में खरीददारी और दान का विशेष महत्व है। इस दिन दान और खरीददारी करने से अमोद्ध धन-संपत्ति का लाभ मिलता है। साथ ही इस पर्व में विवाह करने का अबूझ मुहूर्त होता है, लेकिन शताब्दी में पहली बार ऐसा होगा कि इस तिथि को कोई भी विवाह नही होगा। क्योंकि इस साल इस दिन शुक्र अस्त हो रहा है। जिसमें कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। साथ ही इस दिन विलक्षण योग भी बन रहा है।
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ज्योतिषचार्य के अनुसार इस दिन बुध ग्रह का प्रभाव अधिक रहेगा। जिसके कारण इस दिन कोई भी काम शुरु करना और और किसी चीज की खरीददारी करना आपको मालामाल बना सकता है। इसे भगवान की तिथि मानी जाती है। इसी दिन विष्णु भगवान के अवतार परशुराम का जन्म हुआ था। साथ ही श्रेता युग का प्रारंभ होता है। इस बार का बुध का पारगमन आपके लिए शुभ साबित होगा। इसके परागमन होने से आपको व्यापार में भी लाभ मिलेगा।
अक्षय तृतीया के दिन दान का भी विशेष महत्व है। इस दिन गेंहू, जौ, सत्तू, ककड़ी, खीरा, तरबूज, घड़ा, दही, खीर, छाता, अनाज, गुई, तिल, लोहा, नारियल, नमक, काला या पीला वस्त्र, आदि चीजें दान देने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही पुण्य का काम होता है।
अगर आप इस दिन दान देने के साथ खरीददारी के बारें में सोच रहे है तो आपके लिए काफी शुभ फल लेकर आएगा। इस दिन सोने के बनी गहने की खरीद ज्यादा होती है, लेकिन ज्योतिषचार्य के अनुसार माना जाता है कि इस दिन अगर राशि के अनुसार खरीददारी की जाए तो आपको कई गुना अधिक फल की प्राप्ति होगी। जानिए राशि के अनुसार किन चीजों को खरीदने से महालक्ष्मी आप पर अपनी कृपा बरसाएगी। साथ ही इस दिन सुंदर कांड, दुर्गासप्तसती का पाठ करना आपके लिए फलदायी होगा। जानिए।