धर्म डेस्क: तीन साल बाद पुरुषोत्तम मास 16 मई से शुरू होकर 13 जून तक चलेगा। इसी तरह चांद दिखने के बाद रमजान 17 या 18 मई से शुरू हो जाएगा। यानि मई माह में पूजा और इबादत का साथ-साथ संयोग बन रहा है।
तीन साल बाद पुरुषोत्तम मास (अधिकमास) 16 मई से शुरू होकर 13 जून तक चलेगा। इसी तरह चांद दिखने के बाद रमजान 17 या 18 मई से शुरू हो जाएगा। यानी मई माह में पूजा और इबादत का साथ-साथ संयोग बना है। हिंदू मंदिरों में पूजा-पाठ, दान-पुण्य, सत्संग, कथा आयोजन और अनुष्ठान में अपना समय बिताएंगे वहीं मुस्लिम मस्जिदों में नमाज पढ़ेंगे, इबादत करेंगे और रोजे रख कर अमन-चैन की दुआ करेंगे और परोपकार के काम करेंगे।
11 साल बाद ज्येष्ठ मास में आया अधिकमास
अधिक मास हर तीसरे साल आता है, लेकिन इस बार ज्येष्ठ मास अधिकमास के रूप में 11 साल बाद आया है। इससे पहले वर्ष 2007 में ज्येष्ठ मास में अधिकमास का संयोग बना था।
गत साल 28, इस बार 17 या 18 मई को रमजान
मजान माह की शुरुआत चांद दिखने के अनुसार होती है। कुछ वर्ष के अंतराल में दिन घटने का सिलसिला चलता रहता है। पिछले साल रमजान का यह पवित्र महीना 28 मई से शुरू हुआ था। इस बार 11 दिन पहले यानी 17 मई या 18 मई को शुरू होगा। 16 मई की रात चांद दिखाई देता है तो उसके अगले दिन रोजे शुरू हो जाएंगे।