सूर्य अष्टम भाव में है तो
जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य अष्टम भाव में है तो जातक सुन्दरवाला शरीर कर्मठ होगा। जीवन शक्ति श्रेष्ठ होगी। नौकरी करने में उन्नति एवं धन प्राप्त करेगा। विदेश यात्रा होने पर स्त्रियों से संबंध बनेगे। बड़ा भाई होने पर दीर्घायु होगी।
अगर इस भाव में सूर्य अशुभ स्थिति में है तो जातक नीच लोगो की संगति एवं सेवा करेगा। चरित्रहीन, धुर्त, चालाक, ठग व झगडालु प्रवृति का होने पर स्वास्थ एवं पूंजी नष्ट होगी। दृष्टि क्षीण एवं शरीर दुर्बल हो जायेगा। वृद्धावस्था में दरिद्र निधन हो जाएगा। इससे बचने के लिए ये उपाय़ करें-
- गुड़ खाकर पानी पीकर ही कोई भी गकाम शुरू करें।
- रविवार को 800 ग्राम गेंहू और 800 ग्राम गुड़ लेकर मंदिर में दें। ऐसा लगातार आठ दिनों तक करें।
- रविवार के सूर्य भगवान को जल में चीनी डालकर अर्ध्य दें।
अगली स्लाइड में पढ़े दूसरें भावों के बारें में