आषाढ़ कृष्ण पक्ष की उदया तिथि अष्टमी और दिन शुक्रवार है। अष्टमी तिथि दोपहर 3 बजकर 28 मिनट तक रहेगी। साथ ही श्री शीतलाष्टमी का व्रत औरक कालाष्टमी भी मनायी जाती है। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए शुक्रवार के पंचांग में शुभ मुहूर्त, राहुकाल के साथ-साथ सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रोदय, चंद्रास्त और व्रत-त्योहार के बारे में।
आज का शुभ मुहूर्त
शोभन योग- सुबह 10 बजकर 54 मिनट तक
अमृतसिद्धि योग- शुक्रवार का पूरा दिन पार कर कल सुबह 5 बजकर 16 मिनट तक
रेवती नक्षत्र- पूरा दिन पूरी रात पार कर कल सुबह 6 बजकर 14 मिनट तक
आज के व्रत-त्योहार
शीतलाष्टमी व्रत-
प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्री शीतलाष्टमी के रूप में मनाया जाता है | इस दिन माता शीतला के निमित्त व्रत कर उपासना करने का विधान है | इस दिन स्नान आदि के बाद विधि-पूर्वक देवी शीतला की पूजा-अर्चना करनी चाहिए । आज माता को बासी भोजन का भोग लगाने का विधान है । साथ ही इस दिन बासी भोजन करने की भी परंपरा है।
कालाष्टमी
प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी भी मनायी जाती है | कालाष्टमी के दिन भगवान शंकर के भैरव स्वरूप की उपासना की जाती है । दरअसल भैरव के तीन रूप हैं- काल भैरव, बटुक भैरव और रूरू भैरव। इनमें से काल भैरव की उपासना की जाती है । इस दिन सुबह उठकर किसी पवित्र नदी या सरोवर में स्नान करने के बाद पितरों का तर्पण भी किया जाता है | जो लोग किसी नदी या तालाब में स्नान के लिये नहीं जा सकते, वो घर पर ही अपने स्नान के पानी में पवित्र नदियों का आह्वाहन करके स्नान कर लें।
राहुकाल
सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक रहेगा। इस समय कोई भी शुभ काम करने की मनाही है।
सूर्योदय-सूर्यास्त, चंद्रोदय- चंद्रास्त का समय
सूर्योदय - सुबह बजकर 49 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 7 बजकर 12 मिनट पर
चन्द्रोदय - 2 जुलाई सुबह 12 बजकर 28 मिनट पर
चन्द्रास्त - 2 जुलाई दोपहर 12 बजकर 51 मिनट पर