ऑफ़िस में ज़्यादार महिलाएं कभी न कभी यौन शोषण, अपमान या फिर बॉसगीरी के आरोप लगने का अनुभव करती हैं। और ज़्यादातर मामलों में उन्हें ये पता नहीं होता कि इससे निबटा कैसे जाए।
नौकरी बचाने के लिये महिलाओं चुपचाप ये सब सहती रहती हैं। लेकिन ख़ामोश रहना समस्या का समाधान नहीं है और अगर आपको लगता है कि पानी सिर के ऊपर चला गया है तो ज़रुर आवाज़ उठानी चाहिये।
यहां हम 5 ऐसे तरीके बता रहे हैं जिससे महिलाएं ऑफ़िस में शोषण/भेदभाव से निपट सकती हैं:
1. अगर सहकर्मी आपको परेशान कर रहा है
ऑफ़िस में अक़्सर सहकर्मी तरत तरह से महिलाओं को तंग करते हैं। ये कभी भद्दी टिप्पणियां करते हैं या फिर आपसे ऑफिस के बाद बाहर घूमने चले के लिये कहेंगे। अगर ऐसा होता है तो आपको फ़ौरन इस बारे में अपने HR विभाग से शिकायत करनी चाहिये। ऐसा नहीं कि सभी HR विभाग ख़राब होते हैं या आपकी शिकायत पर ग़ौर नहीं करेंगे। ज़्यादातर HR विभाग जानते हैं कि ऑफ़िस में छोड़ख़ानी भले ही इसका संबंध सेक्स से हो या न हो, ग़ैरक़ानूनी होता है। अगर आप किसी के डर से ऑफ़िस नहीं जा रही तब भी उस व्यक्ति के ख़िलाफ़ कार्रवाई हो सकती है। अगर किसी सहकर्मी का दुर्व्यवहार क़ानूनन ग़लत न भी हो तो भी HR विभाग से इसकी शिकायत की जा सकती है।
2. अगर कोई महिलाओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करे
अक़्सर ऑफ़िस में पुरुष किसी महिला सहकर्मी की कमज़ोरी को लेकर हल्काफ़ुल्का मज़ाक कर देते हैं या कई बार ये भी कह देते हैं कि चूंकि महिलाएं कमतर होती हैं इसलिये उन्हें फ़लां फ़लां काम नहीं दिया जाना चाहिये।
ऐसा होने पर महिलाओं को चाहिये कि पुरुषों का आईना दिखा दें यानी उन्हें तथ्यों के साथ बता दें कि महिलाएं किसी से भी कम नहीं हैं। आप महिला कलाकारों, वैज्ञीनिकों, खिलाड़ियों आदि के नाम उन्हें बताकर उनकी बोलती बंद कर सकती हैं। आप उन्हें अपना काम भी गिनवा सकती हैं।
3. अगर पुरुषों की तुलना में आपकी उपेक्षा हो
कभी-कभी ऐसा भी होता है कि कोई काम आपको सिर्फ इसलिये नहीं दिया जाता क्योंकि आप महिला हैं और कई बार एक औसत पुरुष सहकर्मी को प्रोमोशन मिल जाता है लेरिन आपको नहीं मिलता। ज़ाहिर इसका सीधा संबंध आपके महिला होने से होता है।
ऐसा होने पर महिला को अपने बॉस से पूछना चाहिये कि प्रोमोशन के लिये उनका मानदंड क्या है। ये पूछने से भले ही बॉस आपकी उपेक्षा जारी रखे मगर वह ये सोचने पर तो मजबूर हो ही जाएगा कि उसने आपकी जगह उस व्यक्ति को क्यों प्रोमोशन दिया। अगर बॉस कहता है कि प्रोमोशन के लिये आपको 20 नये कस्टमर लाने होंगे तो आप इस दिशा में काम करना शुरु दें और लक्ष्य प्राप्त करने के बाद फिर बॉस से प्रोमोशन की बात करें। अब बॉस के लिये आपको नज़रअंदाज़ करना मुश्किल हो जाएगा।
4. अगर कोई कहे कि आप आक्रामक हो रही हैं
एक शोध के अनुसार टेक इंटस्ट्री में 84 फ़ीसद महिलाओं पर आक्रामक होने के आरोप लगते हैं। माना जाता है कि महिलाएं ज़्यादा पुशी और बॉसी होती हैं।
अगर आपकी आक्रामकता कंपनी या किसी ग्रुप के लिये है जिसका मक़सद कंपनी को फ़ायदा पहुंचाना है तो लोग आपको आक्रामक नहीं मानेंगे। लेकिन इसके उल्टे अगर इस आक्रामकता सा संबंध सिर्फ खुद आपसे है तो ये आरोप लगने का ख़तरा है।
5. अगर आपको पुरुष की तुलना में कम वेतन का ऑफ़र मिले
अख़्सर देखा गया है कि महिला करमचारियों को पुरुष कर्मचारियों की तुलना में कम वेतन मिलता है हालंकि दोनों काम एक ही करते हैं।
महिलाएं दरअसल ज़्यादा वेतन की मांग ही नहीं करती। नेशनल ब्यूरो ऑफ़ इकोनॉमिक रिसर्च के अनुसार महिलाएं वेतन के बारे में ज़्यादा बहस नहीं करती। रिसर्च से पता चलता है ऐसी महिलाएं जो वेतन के बारें मोलभाव करती हैं उन्हें पसंद नहीं किया जाता।
वेतन के बारे मोलभाव करते समय आपको बताना चाहिये कि आपके होने से कंपनी को क्या क्या फ़ायदा हो सकता है। अगर इसके बावजूद एक सा काम होने पर भी पुरुष की तुलना में आपको कम वेतन मिलता हो तो ये बात HR के ध्यान में लाना चाहिये। अगर आपको लगता है कि HR आपकी बात नहीं सुन रहा है तो आपको मैनेजर या किसी अन्य उच्च अधिकारी से बात करनी चाहिये।