धर्म डेस्क: अश्विन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के दिन से शारदीय नवरात्र की शुरुआत होती है। इस बार 1 अक्टूबर से नवरात्र शुरु हो रहे है। इस बार भी नवरात्र में बहुत ही अद्धुत संयोग है।
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शारदीय नवरात्र इस बार 9 दिन के न होकर 10 दिन के पड़ रहे है। इसका मुख्य कारण पितृ पक्ष 10 दिन के न होकर 15 दिन हो हुए, क्योंकि दो तिथि के ही दिन पड़ गई। इनका घटना और नवरात्रि का एक दिन बढ़ गया है। ऐसा संयोग 427 साल बाद पड़ा है। इसके पहले ये संयोग साल 1589 को पड़ा था। तो अब ऐसा दोबारा संयोग साढ़े चार सौ साल बाद फिर पडेगा।
ज्योतिचार्य के अनुसार 1 अक्टूबर से शुरु होने वाले नवरात्र 10 अक्टूबर तक लचेगे। इसके साथ ही 11 अक्टूबर को दशहरा पड़ रहा है। नवरात्र में तृतीया तिथि दो दिन 3 से 4 अक्टूबर तक रहेगी। इसलिए नवरात्रि नौ की बजाए 10 दिन की होगी। ग्यारहवें दिन 11 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा।
इसके साथ ही ग्रहों की स्थिति भी घटेगी और बढ़ेगी। सूर्य व गुरु कन्या राशि में, शुक्र तुला राशि में, मंगल धनु राशि में, केतु कुंभ राशि में और राहू व बुध सिंह राशि में विद्यमान है।