धर्म डेस्क: हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया हर शुभ काम के लिए बहुत ही अच्छी मानी जाती है। लेकिन सबसे ज्यादा शुभ विवाह के लिए मानी जाती है। इस दिन का सभी को बहुत ही बेसब्री से इंतजार होता है, लेकिन इस साल इस दिन कोई शहनाई नहीं बजेगी। क्योंकि इस बार अक्षय तृतीया कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है। इस बार मई और जून में कोई शादी नहीं होगी। इस बार अक्षय तृतीया 2 मई को है।
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ज्योतिषयों के अनुसार ऐसा 100 साल बाद हुआ है जब अक्षय तृतीया के दिन कोई शादी का मुहूर्त नहीं है। इस दिन को लेकर धार्मिक मान्यता है कि इस दिन जो भी काम किया जाता है उसमें बरकत होती है। खासकर शादी के लिए यह साल में सबसे ज्यादा शुभ-मुहूर्त माना जाता है और हिंदू जाति में इस दिन सबसे ज्यादा शादियां आयोजित होती है। इस दिन विवाह होने से वर-वधु को अक्षय फल मिलता है। साथ ही भगवान शिव की कृपा उनपर बनी रहती है।
इस साल शादी के लिए अप्रैल में सिर्फ कुछ ही लग्न बचे है। आखिरी लग्न 29 अप्रैल है। इसके बाद सीधे जुलाई में शुभ लग्न है। अक्षय तृतीया के दिन शादी की कोई लग्न न होना शताब्दी की पहली घटना मानी जा रही है। इसका मुख्य कारण है 30 अप्रैल को शुक्र का अस्त होना। जिसमें कोई भी शुभ काम नहीं किए जाते है।
ज्योतिषों के अनुसार शुक्र का तारा 30 अप्रैल से पश्चिम दिशा में अस्त हो रहा है जो फिर जुलाई महीने में 6 जुलाई को पूर्व में उदय होगा। इसके बाद ही शादी का योग बनेगा। जुलाई महीने में 6 से 14 अप्रैल तक शादियों का शुभ मुहूर्त है। इसके बाद 15 जुलाई आषाढ़ शुक्ल एकादशी से हरिशयनी की शुरूआत हो रही है। पौराणिक परंपरा के मुताबिक इस दिन के बाद से देव सो जाएंगे। फिर चातुर्मास शुरू होगा। इसलिए 15 जुलाई से 10 नवंबर तक शादियों के मुहूर्त नहीं रहेंगे।
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