अगर आप हर दस मिनट में मोबाइल खोलकर फेसबुक औऱ व्हाट्सएप चैक करते हैं तो या तो आप मार्क जकरबर्ग हैं या सोशल मीडिया के लाखों शिकारों में से एक अदद शिकार। आप मानिए या ना मानिए, 2019 में सोशल मीडिया की लत ने आम से लेकर खास शख्स को परेशान हलकान कर डाला है। शराब, सिगरेट की तरह ये एक लत है जो इंडिया वालों को लग चुकी है। फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टा, लाइक, विगो, टिक टॉक जैसे प्लेटफॉर्म के लोग इतने लती हो गए हैं कि वो बिना सोशल मीडिया के सांस तक नहीं ले पा रहे। फ्री डाटा के 2019 में ये संभव था लेकिन नए डाटा प्लान महंगे हैं औऱ उससे कहीं ज्यादा कीमती है आपका वक्त, इसलिए नए साल यानी 2020 में इस लत के खिलाफ एक्शन लेने का वक्त आ गया है।
व्हाट्सएप को बारूद नहीं बनाएंगे
व्हाट्सएप पर बिना जांचे परखे मैसेज फॉरवर्ड न करने का प्रण लीजिए। ये आपके और खासकर समाज के लिए बेहद जरूरी है। जब तक आप किसी बात या तथ्य को न जानते या समझते हो, उसे दूसरों को मत भेजिए। कई बार शौक और उत्तेजना में आप और हम ऐसे मैसेज और वीडियो फॉरवर्ड कर डालते हैं जो आग में घी डालने का काम करते हैं। इससे बचिए और समाज को जोड़ने की बजाय तोड़ने का काम करते अच्छे नहीं लगते।
गुड मॉर्निंग और गुड नाइट के मैसेज, फूल पत्तियां भेजना बंद कीजिए
यकीन मानिए कि आपके द्वारा ऐसे मैसेज भेजे बिना भी दूसरों की सुबह अच्छी और शाम सकून भरी हो सकती है। दरअसल ऐसे मैसेज की बाढ़ के चलते लोग या तो परिचितों को ब्लॉक कर देते हैं या उन्हें ठरकी मान लेते हैं। आप इस श्रेणी में यकीनन नहीं आना चाहेंगे तो इसके लिए प्रण कीजिए कि इस तरह के मैसेज करना बंद कर दीजिए। उनसे दुआ सलाम करनी हैं तो फोन उठाइए औऱ बात कीजिए, रिश्ते इस बातचीत से मजबूत होंगे, मैसेज से नहीं।
फेसबुक पर टैग करना बंद कर डालिए
आप क्या सोचते और करते हैं, इसका दूसरों से क्या वाबस्ता है, इस पर कभी गौर करिए। टैग करते वक्त ये बात जेहन में रखिए कि जिसे आप टैग कर रहे हैं, उसकी अनुमति ले रहे हैं या नहीं, वो आपकी राय से सहमत है या नहीं, वो उस फोटो में है या नहीं। कई बार लोग बिला वजह दर्जनों लोगों को टैग करके मनमानी पोस्ट डालते हैं औऱ शर्मिंदगी उठाते हैं।
भगवान की फोटो फेसबुक पर चमत्कार नहीं करती
क्या आपने भी कभी डर या खुशी से श्रीगणेश, महाकाल या साई बाबा की दुर्लभ तस्वीर शेयर की है ताकि उसे शेयर करते ही आपके साथ अच्छा हो। सबसे पहले तो आप ईश्वर से डरिए मत, अगर भगवान की तस्वीर फेसबुक या व्हाट्सएप पर शेयर करने मात्र से चमत्कार होते तो दुनिया बदल चुकी होती। ऐसे भ्रामक और भावुक तौर पर ब्लैकमेल करने वाले मैसेज को इग्नोर करना सीखिए। जो मित्र ऐसा आमतौर पर करते रहते हैं, उन्हें समझाइए, ना माने तो ब्लॉक कर दीजिए। धार्मिक भावनाओं आपकी अपनी हैं, श्रद्धा आपकी निजी है, इसे दूसरों पर मत थोपिए।