नए साल पर आपको रिलेशनशिप के काफी गोल मिलेंगे। आपको कई कर्तव्य याद दिलाए जाएंगे, आप माता पिता हैं, बेटा बेटी, पति पत्नी, दोस्त सहित कई रिश्तों से जुड़े हैं लेकिन एक बात जरूर ध्यान रखें कि इस बार आप खुद के लिए कौन सा वादा कर रहे हैं। जी हां, अगर आप अकेलापन फील करते हैं तो नया साल आपके लिए बहुत कुछ लेकर आ रहा है जो आपकी जिंदगी को पॉजिटिव बनाकर संवार सकता है। कई लोग अकेलेपन के शिकार हो जाते हैं, वो समाज से कट जाते हैं, दफ्तर हो या घर वो हर जगह उदास रहते हैं। ऐसा कई बार परिस्थितिवश होता है और कई बार खुद ही हो जाता है।
जरूरी है कि अकेलेपन से दूर होकर नए साल पर सजग बनकर फिर से जीने का। इन छोटी छोटी बातों को ध्यान रखेंगे तो आप उदासी और अकेलेपन के शिकार होने बच जाएंगे और डिप्रेशन भी आप पर हावी नहीं हो पाएगा।
लोगों से मेलजोल बढ़ाएं
अगर अकेला फील कर रहे हैं तो जिन लोगों से बात करने में आपको प्रसन्नता महसूस होती है, उनसे बात करें, उनसे मिलें और उनके साथ समय बिताएं। नए और अच्छे विचारों वाले लोगों से बात करें, मेल जोल बढ़ाएं। जहां भी नए और अच्छे लोग मिलें थोड़ा समय बिताएं, अकेलेपन से थोड़ा बाहर आने में मदद मिलेगी। यूं भी जैसे जैसे आपका सामाजिक मेल जोल बढ़ता जायेगा वैसे वैसे आपका उदासीपन दूर होता जायेगा।
संगीत सुने, फिल्में देखें
सैड सॉन्ग न सुनें, बल्कि दिल खुश कर देने वाले रोमांटिक गाने, जोश दिलाने वाले गाने सुने। ऐसी कई फिल्में हैं जो लोगों को निराशा की स्थिति से निकाल लाती हैं। ऐसी फिल्में रोज सिनेमाघरों में नहीं लगती लेकिन इंटरनेट पर ऐसी कई फिल्में उपलब्ध हैं जो आपको हंसाएंगी और जीवन में कुछ नया करने के लिए प्रेरित करेंगी।
रोज प्लानिंग करें
दरअसल प्लानिंग की कमी से भी उदासी आती है। रोज एक ही तरह के काम करते करते इंसान को बोरियत होने लगती है। इसलिए जरूरी कि रोज कुछ नया करें। कभी दफ्तर जाने का साधन बदलें तो कभी कार पूल करें। कभी मेट्रो से जाएं तो कभी बस से। आपको नए एक्सपीरिएंस होंगे तो लाइफ में बदलाव आएगा।
सोशल एक्टिविटीज में शामिल हो जाएं
दोस्तों का दायरा बढ़ाएं, आस पास पार्क, क्लब या अन्य किसी जगह पर एनजीओ हो तो वहां जाइन करें, किसी न किसी ग्रुप से जुड़े रहें और उनके कामकाज में रुचिलेते रहें। पार्क में जॉगिंग के दौरान दोस्त बनाएं।
किताबों को दोस्त बनाएं
जिसका कोई दोस्त नहीं होता, उसकी किताबें दोस्त होती हैं। हम ये नहीं कह रहे कि आप किसी से दोस्ती न करें लेकिन किताबों से जरूर दोस्ती कर लें। किताबें आपको नई नई चीजों से अवगत कराएंगी, आप बोर नहीं होंगे, ज्ञान आएगा तो आप तर्क करना सीखेंगे और आपका सामाजिक दायरा बढ़ जाएगा।