Pongal 2024: पोंगल 15 जनवरी को है। ये त्योहार नए फसलों का त्योहार माना जाता है। इस पर्व में गन्ना, गुड, दूध, चावल और दाल को खास अहमियत दी जाती है। इस त्योहरा में लोग अपने घरों को फूलों की रंगोली से सजाते हैं, सिल्क के पारंपरिक कपड़े पहनते हैं, घर को साफ करके शाम को बॉन फायर जलाते हैं और उसके आस-पास गाना गाते हुए इस त्योहार को मनाते हैं। इस त्योहार में घर के जानवरों की भी खास तरह से पूजा की जाती है और उन्हें भोग लगाया जाता है। इन सबके अलावा इस त्योहार पर एक खास रेसिपी बनाई जाती है जिसे पोंगल पनाई (pongal paanai) कहती है।
Pongal Paanai क्या है?
पोंगल के दिन लोग मिट्टी के नए बर्तन खरीदते हैं, उन पर सुंदर आकृतियां बनाते हैं और उन्हें आम और हल्दी के पत्तों और अन्य फूलों से सजाते हैं। इसके बाद इस बर्तन को घर के सामने रखकर इसमें ये प्रसाद बनाते हैं। इस प्रसाद को बनाने के लिए चावल, दाल, दूध और गुड़ को एक साथ पकाया जाता है और जैसे ही पकवान उबलने लगता है और बर्तन से बाहर निकलने लगता है, उस समय को - 'पोंगालो पोंगल' कहकर मनाया जाता है। दूध का उबलना और छलकना समृद्धि और प्रचुरता का प्रतीक माना जाता है और ये विशेषरूप से किया जाता है।
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पोंगल पनाई की रेसिपी-Pongal paanai recipe
पोंगल पनाई बनाने के लिए पहले को नए चावल को पानी में भिगोकर रख दें। फिर फ्राई पैन में 1 कटोरी मूंग और आधा कप चना की दाल डालकर भून लें। फिर इसे चावल के साथ भिगोकर रख दें। फिर मिट्टी के बर्तन में दूध डालें और उबाल आने दें। दूध उबलकर गिर जाए तो इसमें चावल और दाल डालकर पकाएं।
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जब ये पक जाए तो ऊपर से गुड़ डालकर इसे पिघलने तक पकाएं। ऊपर से ड्राई फ्रूट्स और इलायची डालें।अब अच्छी तरह से पकाकर गैस बंद करें। इस तरह तैयार हो गया आपका पोंगल पनाई। इसे आप प्रसाद के रूप में केले के पत्ते में सर्व करें और पोंगल का त्योहार खुशी के साथ मनाएं।