
कांजी वड़ा एक राजस्थानी ड्रिंक है। मारवाड़ में होली की गुजिया के बाद दूसरे नंबर पर कोई पकवान होली के त्यौहार पर अनिवार्य है तो वह है कांजी वड़ा। इसको बनाना बेहद आसान है। कांजी वड़े की सबसे बड़ी खासियत है इसका खट्टा मीठा पानी मुंह में घुल जाते हैं। हम आपको बताएँगे कि राजस्थान में इसे कैसे बनाया जाता है। आप होली के इस वीकेंड पर इसे तैयार कर सकते हैं तो चलिए आपको बताते हैं कि कांजी वड़ा बनाने की विधि।
कांजी बनाने के लिए सामग्री
पानी, हल्दी, हींग, पीली सरसों, काली सरसों, नमक, सरसों तेल और लाल मिर्च
कांजी बनाने की विधि:
कांजी बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में पानी उबालें। जब पानी उबल जाये तो उसे ठंडा करने के लिए अलग रख दें। जब पानी ठंडा हो जाए तब इसमें एक एक करके हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, काली-पीली सरसों और स्वादानुसार नमक डालकर इसे अच्छी तरह से मिलाएं। अब आप इस पानी को एक गिलास के जार में ट्रांसफर करें। अब इस पानी को 4-5 दिन के लिए धूप में फर्मेंट करने के लिए रखें। फर्मेंटेशन के बाद कांजी का स्वाद हल्का खट्टा हो जाता है।
वड़ा बनाने की सामग्री:
मूंग, दाल, नमक, तेल, मिर्च, अदरक, लहसुन
कांजी वड़ा बनाने की विधि:
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पहला स्टेप: कांजी वड़ा तैयार करने के लिए मूंग की दाल को रात में भिगोकर रख दें। सुबह इस दाल को अब पानी से निकालकर इन्हें ग्राइंडर में नमक, मिर्च और अदरक के साथ दरदरा ग्राइंड कर लें। अब इस बैटर को एक बाउल में निकालें और अच्छी तरह से फेंटे ताकि यह फ्लफी हो जाए।
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दुसरा स्टेप: अब गैस ऑन कर कड़ाही रखे और उसमें तेल गर्म करें और इसमें छोटे छोटे वड़े बनाकर डालें। वड़े को सुनहरा होने तक अच्छी तरह से तल लें और जब ये तैयार हो जाएं तो इन्हें निकालकर अलग रख लें।
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तीसरा स्टेप: अब अगले स्टेप में एक बड़े बाउल में गुनगुना पानी में हींग डालकर उसे मिक्स करें और ये तैयार वड़े इस पानी में डालें और 10 मिनट के लिए ऐसे ही रहने दें। 10 मिनट के बाद वड़े निकालकर इन्हें कांजी वाले जार में डालें। आपका चटपटा कांजी वड़ा सर्विंग के लिए तैयार है।