आप नाश्ते में जो खाएंगे, आपका शरीर दिन भर वैसे ही रिएक्ट करेगा। हां, क्योंकि नाश्ता आपके बॉडी और ब्रेन दोनों के काम काज को तेज करने में मदद करता है। ऐसे में पराठा, पूड़ी और भारी भरकम तेल मसाले वाले नाश्ते की जगह अगर आप साउथ इंडियन फूड खाएं तो ये आपके लिए ज्यादा फायदेमंद होगा। दरअसल, जहां नाश्ते में साउथ इंडियन फूड (south indian food) जैसे इडली, डोसा, अप्पम, उत्तपम और उपमा खाना पचने में जितना आसान होता है वहीं, ये आपके शरीर में विटामिन, मिनरल्स और फाइबर की मात्रा भी बढ़ाते हैं। इसके अलावा इसके कई फायदे हैं। जानते हैं विस्तार से।
नाश्ते में साउथ इंडियन फूड खाने के फायदे- South indian food health benefits in hindi
1. प्रोबायोटिक्स से हैं भरपूर
नाश्ते में साउथ इंडियन फूड खाना आपके पाचन तंत्र के लिए काफी फायदेमंद है। दरअसल, इनमें प्रोबायोटिक्स की अच्छी मात्रा होती है। ये पेट के एंजाइम्स को बढ़ावा देते हैं और पाचन क्रिया को तेज करते हैं। इससे गट हेल्थ बेहतर होती है।
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2. फाइबर से भरपूर
अप्पम, उत्तपम और उपमा जैसे फूड्स में कई सब्जियों का इस्तेमाल (south indian food health benefits) होता है जो कि पेट को फाइबर देते हैं। इस फाइबर से पाचन तंत्र तेज होता है और पेट की मेटाबोलिक एक्टिविटी तेज होती है। इससे खाना पूरा पच जाता है, पाचन तंत्र भी सही रहता है और अपच की समस्या भी नहीं होती है।
3. वेट लॉस में मददगार
वेट लॉस में साउथ इंडियन फूड काफी कारगर है। पहले तो इसमें तेल ना के बराबर होता है इसलिए आप इसे फैट फ्री कह सकते हैं। दूसरा ये मेटाबोलिक रेट बढ़ाता है जिससे वेट लॉस में तेजी से मदद मिलती है।
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4. नहीं होती एसिडिटी और कब्ज की समस्या
एसिडिटी और कब्ज की समस्या में साउथ इंडियन फूड का सेवन काफी फायदेमंद है। दरअसल, जिन लोगों को ये दोनों समस्या रहती है उनके लिए भारी भरकम नाश्ता और ऑयली फूड और नुकसानदेह हो सकता है। ऐसे में फैट फ्री साउथ इंडियन फूड का सेवन इस समस्या को कम कर सकता है। तो, नाश्ते में साउथ इंडियन फूड्सा का सेवन करें।