सिरके वाली प्याज अक्सर हमें रेस्टोरेंट या ढाबा में खाने को मिलती है। सिरके वाली प्याज का स्वाद बेहज लाजवाब लगता है। लेकिन क्या आप जानते हैं गर्मियों के मौसम में सिरके वाली प्याज खाने से सेहत को बहुत फायदे होते हैं। अगर आपको भी यह रेसिपी पसंद है तो हम आपको बता दें आप इसे घर में आसानी से बना सकते है। चलिए हम आपको बताते हैं घर में सिरके वाली प्याजकैसे बनाएं?
प्याज के फायदे-
लू से बचने के लिए गर्मियों में प्याज खाना बहुत फायदेमंद है, प्याज को किसी भी रूप में खाएं इससे उसकी न्यूट्रिशन वैल्यू कम नहीं होती है। गर्मियों में प्याज खाने से कब्ज की समस्या को आसानी से दूर किया जा सकता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए भी सिरके वाली प्याज फायदेमंद है। साथ ही जिन लोगों का हेयर फॉल बहुत ज़्यादा होता है उन्हें भी खूब प्याज खाना चाहिए। प्याज खाने से ब्लड प्रेशर को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है।
सिरके वाली प्याज के लिए सामग्री
20 छोटे प्याज, हाफ बाउल व्हाइट वेनेगर, आधा कप पानी, 3 चम्मच शक्कर, 2 चम्मच नमक, 5-6 हरी मिर्च, 1 बाउल कटी हुई बीटरूट
सिरके वाली प्याज बनाने के लिए सामग्री:
सिरके वाली प्याज बनाने के लिए सबसे पहले प्याज को छीलकर उसे धोएं। अब इन प्याज में चारों तरफ से हल्का कट लगाएं। इस बता का ध्यान रखें की उन्हें आर पार कट नहीं करना है। अब एक बड़ा बाउल लेंगे और उसमें आधा कप व्हाइट वेनेगर और 1 कप पाने डालेंगे। उसके बाद हम उसमें 3 चम्मच शक्कर और 2 चम्मच नमक मिलाएंगे। इन्हें अच्छी तेह मिक्स करें। अब उसके बड़ा अहम इसमें 1 बाउल कटी हुई बीटरूट डालेंगे। अब इसमें हम 5-6 हरी मिर्च मिलाएंगे।उसके बाद हम इसमें प्याज को डालेंगे। सभी सामग्रियों को अच्छी तरह से मिलाएंगे।
अब सिरका प्याज को स्टोर करने के लिए हम एक कांच का जार लेंगे। अब इस जार में हम प्याज को डाल देंगे और उसमें सिरका का पानी भी डाल देंगे। दिनभर में दो से तीन बार शेक करें। 2-3 दिन बाद लाल रंग आते ही आप इसे खा सकते हैं। आप इस सिरका वाली प्याज को एक हफ्ते तक स्टोर कर के रख सकते हैं। इसे आप साइड डिश के तौर पर खा सकते हैं। इसका स्वाद किसी रेस्टोरेंट के सिरका वाली प्याज से कम नहीं होगा।
इन बातों का भी रखें ध्यान:
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रेस्टोरेंट जैसी सिरके वाला प्याज बनाने के लिए छोटे प्याज का ही इस्तमेला करें।
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सिरका वाले प्याज बनाने के लिए प्याज को पूरा न काटे। चारों तरफ से बस हल्का कट लगाएं।
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इस्तेमाल किये हुए सिरका का बार-बार इस्तेमाल न करें।