सर्दियों में हरी सब्जियां, पत्तेदार सब्जियां और साग का सीजन होता है। ठंड में बथुआ, मेथी और चने का साग भी बिकता है। आप में से बहुत सारे लोग ऐसे होंगे जिन्होंने चने का साग पहले कभी नहीं खाया होगा। ऐसे लोगों को हम बता दें कि चने का साग चने के पौधे से तैयार होता है। जब चने का पौधा छोटा होता है तो उसकी पत्तियों को तोड़कर साग बनाया जाता है। चने के इन पत्तों को लोग कच्चा भी खाते हैं। चने का साग हल्का खट्टा होता है। एक बार चने का साग बनाकर खाएंगे तो फिर आपको किसी दूसरे साग का स्वाद पसंद नहीं आएगा। चने के हरे पत्तों से भाजी भी तैयार की जाती है। दूसरे साग की तरह चने का साग भी बहुत फायदेमंद होता है। जानिए चने का साग बनाने की आसान रेसिपी।
चना का साग बनाने की रेसिपी
पहला स्टेप- चने का साग करीब 1 गट्ठी, 2 चम्मच मक्का का आटा, 2-3 हरी मिर्च , थोड़ा अदरक, 5-6 कली लहसुन, 1 टमाटर, हींग, जीरा, नमक, लाल मिर्च और तड़का लगाने के लिए घी या तेल चाहिए।
अब चने के साग को चुनकर धो लें और बारीक काट लें। आप चाकू या केंची की मदद से साग को काट लें। चने के पत्ते काफी मुलायम होते हैं इन्हें आसानी से काटा जा सकता है। अब हरी मिर्च को टुकड़ों में काट लें और अदरक और टमाटर को भी काट लें।
दूसरा स्टेप- अब एक कुकर या किसी पैन में चने का साग, अदरक, हरी मिर्च और हींग डालकर साग में 1 बड़ा कप पानी डालकर उबलने के लिए रख दें। साग को मीडियम फ्लेम पर गलने तक पकाना है। जब साग पक जाए तो मक्के के आटे को पानी में डालकर एक पतला घोल बना लें। इस घोल को साग में डालकर मिला दें।
तीसरा स्टेप- अब साग को हल्का चिकना और गाढ़ा होने तक चलाते हुए पकाएं। अगर साग गाढ़ा लगे तो थोड़ा पानी और मिला दें। अब साग में नमक डाल दें। जब साग पूरी तरह से पक जाए तो इसके लिए तड़का तैयार कर लें। एक पैन में घी या तेल डालें। उसमें जीरा, हींग और कटा हुआ लहसुन डालें। अब कटा हुआ टमाटर डाल दें और 1-2 सूखी लाल मिर्च और पिसी हुई लाल मिर्च डाल दें।
चौथा स्टेप- तैयार किए गए तड़के को साग में डाल दें। इससे साग का स्वाद कई गुना बढ़ जाएगा। गरम मसाला पसंद है तो साग में थोड़ा डाल सकत हैं। अब इस साग को आप किसी प्लेट में डालकर मक्का या बाजरा की रोटी के साथ सर्व करें। साग के साथ सफेद मक्खन भी सर्व करेंगे तो जायका कई गुना बढ़ जाएगा।