ठंड में बाजरा का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। बाजरा शरीर को गर्म रखता है। बाजरा के आटे की रोटी, बाजरा की खिचड़ी और बाजरा का मलीदा लोगों के घरों में खूब बनता है। लेकिन क्या आपने बाजरा के पुआ खाए हैं। मकर संक्रांति पर बाजरा के पुआ का विशेष महत्व होता है। बाजरा के आटे में गुड़ और तिल डालकर इन्हें बनाया जाता है। कुछ लोग इन्हें बाजरा की टिकिया या बाजरे की टिक्की भी कहते हैं। जानिए कैसे बनाते हैं बाजरा के पुआ की रेसिपी?
बाजरा के पुआ बनाने की रेसिपी
पहला स्टेप- बाजरा के पुआ बनाने के लिए बाजरा का आटे को छान लें। आप अपने हिसाब से आटा ले लें। पुआ बनाने के लिए गुड़ को टुकड़ों में तोड़कर गर्म पानी में भिगो दें। ध्यान दें कि गुड़ में ज्यादा पानी नहीं डालना है।
दूसरा स्टेप- अब थोड़े सफेद तिल को हल्का भून लें और बाजरा के आटे में डाल दें। आप तिल को दरदरा पीसकर या फिर ऐसे ही मिला सकते हैं। हम बिना पीसे तिल डालने वाली रेसिपी बता रहे हैं। आप थोड़ा स्वाद के लिए पिसा हुआ नारियल भी डाल सकते हैं।
तीसरा स्टेप- अब गुड़ वाले घोल को डालते हुए हल्का सख्त सा आटा गूंथ लें। आपको आटा ज्यादा पतला नहीं करना है। अब आटे को 5 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें। एक कड़ाही में तेल या घी गर्म करें। अब आटे से एक रोटी जितनी लोई लें और उसे हाथ से हथेली जितना बड़ा कर लें।
चौथा स्टेप- इसी तरह सारे पुआ आपको बनाने हैं। आप इन्हें बहुत ज्यादा मोटा या बहुत ज्यादा पतला न करें। अब तैयार किए गए बाजरा के पुआ को घी में डालकर फ्राई कर लें। गैस की फ्लेम मीडियम लो रखें और हल्के ब्राउन होने तक इन्हें तलें। आपको सारे पुए ऐसे ही बनाने हैं।
पांचवां स्टेप- तैयार हैं बाजरा के पुआ आप इन्हें बाजरा की टिकिया या बाजरे की टिक्की कुछ भी कह सकते हैं। ये खाने में बहुत ही स्वादिष्ट लगते हैं। आप इन्हें 15 दिनों तक आसानी से खा सकते हैं। बच्चों को भी ये पुआ काफी पसंद आते हैं। आप इन्हें सफर में भी बनाकर ले जा सकते हैं।