कलौंजी को मंगरैला भी कहते हैं, यह लगभग सभी भारतीय किचन में पाई जाती है। काले रंग की छोटी-छोटी कलौंजी को इंग्लिश में निजेला सैटाइवा कहते हैं। स्किन और हेयर केयर रूटीन में कलौंजी का कोई तोड़ नहीं है लेकिन ये छोटा सा दिखने वाला मसाला आपकी सेहत में बेहद अहम रोल निभाता है। औषधीय तत्वों से भरपूर कलौंजी का सेवन करके आप केवल हार्ट और लिवर को ही स्वस्थ नहीं रख सकते हैं, बल्कि कई अन्य गंभीर बीमारियों को भी दूर रख सकते हैं। कलौंजी को एंटीऑक्सीडेंट का बेस्ट सोर्स माना जाता है। ऐसे में कलौंजी का सेवन करके आप खुद को कई गंभीर बीमारियों से बचा सकते हैं।
कैंसर से होता है बचाव
कलौंजी में एंटी-कैंसर तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद रहते हैं। ऐसे में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-कैंसर गुणों से भरपूर कलौंजी हानिकारक फ्री रेडिकल्स को खत्म करने में सहायक होती है, जिससे शरीर में कैंसर होने की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है।
कोलेस्ट्रॉल होगा कंट्रोल
शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने के चलते दिल से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा रहता है। वहीं बढ़ता कोलेस्ट्रॉल लेवल हार्ट अटैक का भी कारण बन सकता है। ऐसे में कलौंजी का सेवन आपके लिए बेस्ट हो सकता है। डेली डाइट में कलौंजी खाने से कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल होने लगता है। साथ ही शरीर का ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर रहता है।
दर्द से मिलेगी राहत
कलौंजी को एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्वों का भी बेस्ट सोर्स माना जाता है। ऐसे में कलौंजी का सेवन करके आप बैक्टीरियल इंफेक्शन का शिकार होने से बच सकते हैं। साथ ही चोट, सूजन और दर्द से राहत पाने के लिए भी आप डाइट में कलौंजी एड कर सकते हैं।
वजन करता है कम
वजन कम करने के लिए भी डाइट में कलौंजी का सेवन करना बेस्ट होता है। वहीं कलौंजी खाने से बॉडी का ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहता है। जिसके चलते डायबिटीज के मरीजों के लिए खाने में कलौंजी एड करना बेहतर ऑप्शन साबित हो सकता है।