नई दिल्ली: लजिज खाने का शोक तो हर किसी को होता है पर जिन साग-सब्जियों और फलों को आप बाजार से हेल्दी समझकर घर ले आते हैं, उन पर कई तरह के कीटनाशक और जर्म्स भी चिपके होते हैं, जिन साग-सब्जियों और फलों को आप ताजा समझकर रोजाना खाने में इस्तेमाल कर रहे हैं, क्या वे सेहत के लिहाज से भी हेल्दी हैं?
बाजार में उपलब्ध फल और सब्जियों में कीटनाशकों के थोड़े बहुत अवशेष छिपे होते हैं, जिन्हें सामान्य आंखों से देखना संभव नहीं होता है।
इन कीटनाशकों में हानिकारक रसायन होते हैं, जो सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं। अगर आप इस नुकसान को कम करना चाहती हैं, तो साग-सब्जियों और फल को इस्तेमाल में लाने से पहले साफ-सफाई का भी ख्याल रखें।
साग-सब्जियों और फलों को बैक्टीरिया और कीटनाशक से मुक्त करने के लिए आप सफेद सिरके का इस्तेमाल कर सकती हैं। 5-10 मिनट तक सब्जियों और फलों को सिरके मिले पानी में भिगाएं। इसके बाद साफ पानी से सब्जियों को अच्छी तरह से धोएं।
फूलगोभी, पालक, ब्रोकली, पत्तागोभी जैसी सब्जियों को दो प्रतिशत साधारण नमक युक्त गर्म पानी से धोएं। गाजर, बैंगन आदि सब्जियों को इमलीयुक्त पानी से भी धो सकती हैं।
एक बड़ा चम्मच नींबू का रस, दो बड़ा चम्मच बेकिंग सोडा और एक कप पानी। बेकिंग सोडा की जगह आप इसमें दो बड़ा चम्मच सिरका मिला सकती हैं। इस घोल से आप उसका फल और सब्जियों पर छिड़काव करें और 5-10 मिनट के लिए छोड़ें। इसके बाद इसे साफ पानी से धोएं।
ताजी सब्जियों और फल को धोने से पूर्व और धोने के बाद हाथ भी साफ कर लें।
इस तरह आप दूषित साग-सब्जियों और फलों से होने वाले नुकसान को खुद को और अपने परिवार को बचा सकती हैं।
जहां तक हो सके स्थानीय स्तर पर उगाई गई सब्जियां ही खरीदें। सब्जियां और फल हमेशा मौसमी ही खरीदें। सब्जियों को इस्तेमाल में लाने से पहले साफ पानी से धोना भी जरूरी है। इस तरह आप कीटनाशकों के प्रभाव को कम कर सकती हैं।