नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में चुनावी माहौल ये प्रमुख दल तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस, सीपीएम और भारतीय जनता पार्टी के बीच आपसी करवाहट बढ़ती ही जा रही हैं वहीं दूसरी तरफ वहां के स्थानीय मिठाईवालों ने लोगों की बीच मिठाई घोलने में एक नई तरकीब ढूंढ निकाली है। एक मिठाई की दुकान ने चुनाव चिन्हों वाली मिठाइयां बनाई गई हैं। संदेश बंगाल की मशहूर मिठाई है। अब इस दुकान पर एक ही साथ चारों दलों के चुनाव चिन्ह वाले संदेश दुकान पर आने वाले को तो आकर्षित कर ही रहे हैं, बिक भी खूब रहे हैं।
इनकी कीमत कम नहीं है। ऐसे एक संदेश की कीमत 115 रुपये है। इनको अब निर्वाचनी मिष्टी यानी चुनावी मिठाई के नाम से पुकारा जा रहा है।
'चारों एक साथ'
महानगर के भवानीपुर स्थित इस दुकान बलराम मल्लिक एंड राधारमण मल्लिक के मालिक प्रदीप मल्लिक बताते हैं, "हमने हर पार्टी के चुनाव चिन्ह वाले संदेश बनाए हैं। हर पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक यहां से आर्डर देकर पच्चीस, पचास और सौ मिठाइयां खरीद रहे हैं।" लेकिन उनको ऐसी मिठाई बनाने का ख्याल कैसे आया? इस सवाल पर मल्लिक कहते हैं, "हमने पिछले विधानसभा चुनाव में भी स्थानीय दलों के चुनाव चिन्ह वाले संदेश बनाए थे। तब वह काफी लोकप्रिय हुए थे और खूब बिके थे। इसलिए हमने लोकसभा चुनाव के मौके पर भी इनको बनाने का फैसला किया।"
वह कहते हैं, "दुर्गापूजा और क्रिसमस की तरह बंगाल में चुनाव भी किसी उत्सव से कम नहीं होते। इसलिए पहली बार हमारे मन में चुनावी मिठाई बनाने का ख़्याल आया था। अब तो यह काफी हिट है।
एक संदेश की कीमत 115 रुपये होने के बावजूद विभिन्न पार्टियों के समर्थकों के अलावा आम लोग भी इसे ख़रीद कर अपने मित्रों और परिजनों में बांट रहे हैं। दुकान पर पहुंचे एक ग्राहक मोहन गुप्ता ने चारों राजनीतिक दलों के संदेश का आर्डर दिया था। वह इसे घर में सजा कर रखना चाहते हैं। महेंद्र कहते हैं, "बहुत अच्छा लग रहा है। चारों बड़ी पार्टियों के चुनाव चिह्नों वाली मिठाई देख कर। कम से कम यहां यह चारों एक साथ हैं। लोग इसका मज़ा ले सकते हैं।"
वह कहते हैं कि यह एक नई चीज़ देखने को मिल रही है। देखने में तो सुंदर है ही, स्वाद भी लाजवाब ही होगा।
नमो, रागा और दीदी संदेश भी
महानगर में इस दुकान की पांच शाखाएं हैं। उन सब पर इस चुनावी मिठाई की अच्छी-खासी मांग है। मिठाई बनाने वाले कारीगर महेंद्र बताते हैं, "रोजाना हम पांच सौ एक हज़ार पीस तक मिठाई बना रहे हैं। इनकी काफी मांग है। तृणमूल और बीजेपी समेत तमाम दलों के लोग ख़रीद कर मित्रों और रिश्तेदारों को भेंट के तौर पर दे रहे हैं।"
मामला संदेश तक ही सीमित नहीं रहेगा, आगे कई और योजनाएं भी हैं। मल्लिक बताते हैं, "आगे जो पार्टी जीतेगी, उसके चुनाव चिन्ह वाली विभिन्न डिज़ाइन की मिठाइयां तैयार की जाएंगी। इसके अलावा 'जय हो' लिखी मिठाई और दूसरी कई तरह की चुनावी मिठाइयां बनाई जाएंगी।"