रेसिपी डेस्क: डोसा अधिकतर लोगों को पसंद होता है। क्रिस्पी होने के साथ-साथ मसालेदार आलू की फिलिंग आपके मुंह में पानी ला देती है। जिसे आप हर रोज या फिर सप्ताह में 3-4 बार खा ही लेते होंगे। लेकिन इसको लेकर एक स्टडी सामने आईं है जिसे पढ़कर आप सोचने में मजबूर हो जाएंगे कि इसका सेवन करना अच्छा है कि नहीं। इस स्टडी के अनुसार एक व्यक्ति तो जितनी कैलोरी की जरुरत होती है। उतनी की आधी कैलोरी सिर्प एक मलासा डोसा दे देता है। एक्सपर्ट के अनुसार एक साथ इतनी कैलोरी लेना खतरनाक साबित हो सकता है।
स्टडी में बेंगलुरु में बेचे जाने वाले मसाला डोसा की कैलरी काउंट के बारे में बताया गया जो कि 1023 कि कैलरी पाई गई। वहीं सामान्य व्यक्ति को 2200 किलो कैलरी की जरूरत होती है। यह नतीजा हाल ही में ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित हुआ।
इस स्टडी में भारत, ब्राजील, चीन, फिनलैंड और घाना के फास्टफूड रेस्ट्रॉन्ट में सर्व की जाने वाली डिशेज की कैलरी काउंट की गई थी। इस स्टडी के बारें में बात करें तो इसे प्रोफेसर रेबेका ने लीड किया था।
प्रोफेसर रेबेका ने बताया कि एक बार में हम जो खाना खाते हैं उसमें 600 किलो कैलरी से ज्यादा कैलरी कॉन्टेंट नहीं होने चाहिए।
स्टडी में ये बात आई सामने
इस स्टडी से यह पता चलता है कि फुल सर्विस रेस्ट्रॉन्ट्स में परोसे जाने वाले 94 फीसदी खाने और फास्ट सर्विस रेस्ट्रॉन्ट्स में परोसे जाने वाले 74 फीसदी खाने में कैलरी की मात्रा 600 किलो कैलरी से ज्यादा होती है।
FSSAI को भेजी रिपोर्ट
रिसर्च के रिजल्ट को FSSAI से शेयर किए गए हैं और सरकार से भी अपील की है कि रेस्ट्रॉन्ट्स में बिकने वाले खाने की कैलरी की मात्रा लिखना अनिवार्य किया जाए।
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