LIFESTYLE: मकर संक्रांति हिन्दुओं का प्रमुख त्योहार है। ये जनवरी माह के चौदहवें या पन्द्रहवें दिन मनाया जाता हैं। शास्त्रों में इसका विशेष महत्व बताया गया है, दरअसल सूर्य जब मकर राशि पर आता है तभी इस पर्व को मनाया जाता है। माना जाता है कि इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़ मकर राशि में प्रवेश करता है। हर स्थान पर ये पर्व अलग अलग नामों से विख्यात हैं, जैसे पजांब में इसे 'माघी', राजस्थान में 'संक्रात', और बिहार, झारखंड में इसे 'मकर संक्रांति' के नाम से जाना जाता है। मकर संक्रांति का पर्व माघ मास यानी ठंड में मनाया जाता हैं। मकर संक्रांति पर विशेष तौर से तिल और चावल का सेवन किया जाता है। इस दिन घर घर पर खिचड़ी व अन्य पकवान बनते हैं। आईए जानते हैं, हर राज्य में इस दिन कौन कौन से पकवान बनाए जाते हैं।
दही-चूड़ा- ये बिहार का व्यंजन हैं। कुछ घरों में इस दिन खिचड़ी के साथ दही-चूड़ा भी मनाया जाता है। इसे मनाना बेहद ही आसान होता है। इसके साथ ही चूड़े एवं मुरमुरे की लाई भी बनाई जाती है।
कांगसुबी- ये डिश मणिपुर में मकर संक्रांति के मौके पर बनाई जाती है। इसे तिल और गन्ने के जूस से तैयार किया जाता है और फिर छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर सर्व किया जाता है।
खिचड़ी- इस पर्व पर पीले चावल खास तौर से बनाए जाते हैं। अच्छे स्वाद के लिए चावल में कुछ हरी सब्जियां भी डाली जाती हैं। सबसे पहले इसका भोग सूर्य देव को लगाया जाता है। उसके बाद इसे लोग आपस में बांटते हैं। मकर संक्रांति पर खिचड़ी हर जगह मनाई जाती हैं।
गज़क- तिल, काजू, मूंगफली, घी और चीनी से तैयार होने वाली ये डिश मध्य प्रदेश में बनाई जाती हैं। गज़क न केवल खाने में स्वादिष्ट होती है बल्कि ठंड के मौसम में काफी गर्माइश भी देती हैं।
मकर चौला- ये विशेष तौर से ओडिशा में मनाया जाता हैं। इसे चावल के आटे, नारियल, दूध, पके केले, चीनी, कॉटेज चीज़, अदरक, मिर्च पाउडर और अनारदाने से तैयार किया जाता है। ये दिखने में ही बहुत स्वादिष्ट नजर आता हैं।
पूरन पोली- इस डिश को चना दाल और गुड़ से मनाया जाता है। चना दाल और गुड़ को आटे में भरकर बेला जाता है। ये रोटी के आकार में नजर आता हैं। इसके साथ ही इस डिश का स्वाद खट्टा- मीठा होता हैं। ये महाराष्ट्र की खास डिश हैं।