मकरसंक्रांति के पर्व पर अगर आप घर पर बच्चों के लिए मीठा बनाना चाहते हैं तो मूंगफली की चिक्की बेस्ट है। यह टेस्टी भी होती है और पौष्टिकता से भरपूर होती है। गुड़ ठंड में फायदा करता है बच्चों को सर्दी खांसी से बचाता है। बच्चे को अगर आप टॉफी-चॉकलेट्स की जगह गुड़ की चिक्की देंगे तो वो खुश भी होंगे और टॉफी-चॉकलेट्स के नुकसान से भी बचेंगे।
मूंगफली की चिक्की बनाने की सामग्री
1 कप- कच्ची मूंगफली
3/4 कप- गुड़
1 बड़ा चम्मच- देसी घी
1 बड़ा चम्मच- किसा हुआ सूखा नारियल
मूंगफली की चिक्की बनाने की विधि
एक कड़ाही को मीडियम आंच पर गर्म करें। उसमें कच्ची मूंगफली डालकर लगातार हिलाते हुए अच्छे से भूनें। भूनते हुए आंच मध्यम से धीमी ही रखें, क्योंकि अगर मूंगफली जल गई तो सारा टेस्ट खराब हो जाए। मूंगफली के दाने ठंडे होने के बाद मसलकर छिलके उतार लीजिए और दरदरा कूट लीजिए।
अब उसी कड़ाही में गुड़ के टुकड़े और 1 चम्मच पानी डालकर उसे धीमी आंचपर लगातार हिलाते हुए पकाएं। गुड़ के पिघलने के बाद उसे धीमी आंच पर 5 मिनट तक अच्छे से पका लें। गुड़ पका है या नहीं ये जानने के लिए एक कटोरी में पानी भरकर उसमें गुड़ की कुछ बूंदे डालें। अगर पानी में गुड़ तुरंत नहीं पिघलता है और गुड़ को पानी से बाहर निकालने के बाद आसानी से टूट जाए तो समझिए गुड़ पक गया है वरना थोड़ी देर और पका लें।
गुड़ पकने के बाद गैस बंद कर लें और मूंगभली के दाने डालकर अच्छी तरह पका लें। अब एक थाली में घी लगाकर मिश्रण को अच्छे से फैला दीजिए, उसके ऊपर किसा हुआ नारियल लगाइए। इसके बाद मनचाहे आकार में चिक्की काट लें। जब मिश्रण ठंडा हो जाए और चिक्की जम जाए तो टुकड़ों को अलग-अलग कर लीजिए।
लीजिए तैयार है आपकी चिक्की। इसे आप 1-2 घंटे खुली हवा में छोड़ दीजिए, जब चिक्की टाइट हो जाए और बिल्कुल ठंडी हो जाए तो एअर टाइट कंटेनर में भरकर इसे रख दीजिए। जब आपका मन करे तो चिक्की निकालिए और खाइए।
सावधानी
मूंगफली और गुड़ दोनों को पकाते वक्त ध्यान रखिए कि ये जले ना, दोनों में से कुछ भी जरा सा भी ये जला तो सारा टेस्ट खराब हो जाएगा।