आज के समय में 30 की उम्र के बाद महिलाओं को प्रेग्नेंसी से जुड़ी कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जैसे कि हाई बीपी होना, डायबिटिज, प्रीमैच्युर डिलीवरी, थाइराइड, मिसकैरेज और नॉर्मल डिलीवरी न हो पाना। इतना ही नहीं कई शोधों की बात करें तो साल दर साल भारतीय महिलाओं में इनफर्टिलिटी भी बढ़ती जा रही है। जिसके बाद उन्हें IVF तक का सहारा लेना पड़ता है।
9 महीने की प्रेग्नेंसी के दौरान एक महिला को खुद के खानपान का अधिक ख्याल रखना पड़ता है। स्वामी रामदेव के अनुसार प्रेग्नेंसी के समय पोषक तत्वों से भरपूर चीजों का सेवन करने के साथ-साथ गोंद के लड्डू का सेवन कर सकते हैं। इसमें ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो प्रेग्नेंसी के समय आने वाली दिक्कतों से रक्षा करता है। जानिए कैसे घर पर आसानी से बनाएं।
गोंद में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, मैग्नीशियम, प्रोटीन, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीकार्सिनोजेनिक, एंटीबैक्टीरियल आदि गुण पाए जाते हैं। जो आपके सेहत के लिए काफी फायदेमंद है।
गोंद के लड्डू बनाने के लिए सामग्री
- एक किलो गेंहू का आटा
- 1 कप गोंद
- आधा कप कटे हुए बादाम, काजू
- थोड़ा सा अश्वगंधा
- थोड़ी शतावार
- 15-20 धागे केसर
- थोड़ी सी शीलाजीत
- 2 कप देसी घी
- 400 ग्राम गुड़ (3 कप चीनी)
- मोती पिष्टि
- सफेद मुसली
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ऐसे बनाएं गोंद के लड्डू
सबसे पहले एक कढ़ाई में घी डालकर आटा भून लेंगे। जब यह अच्छी तरह से भुन जाए तो इसे एक प्लेट में निकाल लेंगे। इसके बाद इस कढ़ाई में घी डालकर गोंद को डीप फ्राई कर लेंगे। जब तक कि यह फूल न जाए। इसे बाद इसे निकालकर बेलन की मदद से पीस लेंगे।
अब कढ़ाई में गुड़ या चीनी की चाशनी बनाएंगे। जब ये गाढ़ी हो जाए तो इसमें आटा डालकर अच्छे से मिक्स कर लेंगे। गैस की आंच धीमी ही रखें। जब आटा चाशनी में अच्छी तरह से मिक्स हो जाए तो इसमें गोंद डाल कर अच्छे से मिला लेंगे। इसके बाद अन्य सामग्री भी डालकर अच्छे से मिक्स कर लेंगे। इसके बाद गैस बंद कर देंगे। जब यह हल्का ठंडा हो जाए तो इससे अपने अनुसार आकार देकर लड्डू बना लें। आपको पौष्टिक गोंद के लड्डू बनकर तैयार है।