धर्म डेस्क: बीते 14 मई तारीख को रात 08:46 पर शुक्र ने मिथुन राशि में प्रवेश किया था और 8 जून को पूरा दिन पार करके देर रात 02:41 तक शुक्राचार्य यहीं पर रहेंगे। शुक्र के मिथुन राशि में इस गोचर का विभिन्न राशि वालों पर भी अलग-अलग प्रभाव होगा।
उस समय वृष संक्रांति और फिर पुरुषोत्तम मास के चलते थोड़ी व्यस्तता हो गई थी, लेकिन अब बहुत समय है। शुक्र के इस गोचर का विभिन्न राशि वालों पर क्या प्रभाव होगा, शुक्र उनके किस स्थान पर गोचर करेंगे और उस स्थिति में शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये और अशुभ फलों से बचने के लिये विभिन्न राशि वालों को क्या उपाय करने चाहिए। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से इसके बारें में...
मेष राशि
शुक्राचार्य आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर से आपको अपने भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा। दूसरों के सामने आप अपनी बात को बेहतर ढंग से रख पायेंगे। साथ ही आपको अपने माता-पिता से भी सुख की प्राप्ति होगी। उनसे आपको अपने हर कार्य में सहयोग प्राप्त होगा।
अगर आप 8 जून तक किसी धार्मिक स्थल की यात्रा पर जाते हैं, तो इससे आपको अच्छा फील होगा और आप नई चीज़ों पर काम कर पायेंगे। शुक्र के शुभ फलों को और भी शुभ बनाने के लिए घर में अपने से रिश्ते में बड़ी महिलाओं के रोज पैर छूकर आशीर्वाद लें और प्रत्येक महिला का सम्मान करें।
वृष राशि
शुक्राचार्य आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर से आपको धन लाभ होगा। आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी और सांसारिक सुख पाने में आपको आसानी होगी। अब से 8 जून तक उन लोगों को बहुत अधिक फायदा होगा, जो पशुपालन या कच्ची मिट्टी के काम से जुड़े हुए हैं, जैसे कुम्हार वगैरह। आपको इस दौरान सन्तान सुख का भी आनन्द मिलेगा। अतः शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये 8 जून तक प्रतिदिन मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाएं और भगवान का आशीर्वाद लें।
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