धनिष्ठा, शतभिषा या पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में जन्में लोग
गायत्री, गौरव, यानी ‘ग’ अक्षर से शुरू होता है, जिनका नाम सविता, सौरभ, सोनाक्षी, यानी ‘स’ अक्षर से शुरू होता है या जिनका नाम ‘द’ अक्षर से शुरू होता है, उन लोगों को 22 जून तक थोड़ा संभलकर रहना चाहिए। आपके घर के मुखिया को कुछ परेशानी हो सकती है। अगर आप स्वयं घर के मुखिया हैं तो आपको भी सावधानी बरतनी चाहिए। साथ ही 22 जून तक अशुभ फलों से बचने के लिए चिड़ियों को नित्य रूप से दाना डालें। साथ ही किसी दिव्यांग को भोजन कराएं।
उत्तराभाद्रपद, रेवती, अश्विनी या भरणी नक्षत्र में जन्में लोग
जिनका नाम दामिनी, दिव्यांश, दिनेश, यानी ‘द’ अक्षर से शुरू होता है, जिनका नाम चमन, चारू, चिया, यानी ‘च’ अक्षर से शुरू होता है, जिनका नाम ललित, लक्ष्य, लतिका, यानी ‘ल’ अक्षर से शुरू होता है या जिनका नाम ‘थ’ अक्षर से या ‘झ’ अक्षर से शुरू होता है, उन लोगों को 22 जून आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। आपको इस बीच पैसों से संबंधी कुछ दिक्कत हो सकती है। अतः अशुभ फलों से अपने बचाव के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए 22 जून तक धर्म-कर्म के कार्यों में सहयोग दें। साथ ही मन्दिर या किसी धर्मस्थल पर नारियल
का तेल देते रहें।
कृतिका, रोहिणी या मृगशिरा नक्षत्र में जन्में लोग
जिनका नाम अमित, अंशु, अंकिता, यानी ‘अ’ अक्षर से शुरू होता है, जिनका नाम ईशान, ईशिता, यानी ‘ई’ अक्ष से शुरू होता है, जिनका नाम उमेश, उर्मिला, उन्नति, यानी ‘उ’ अक्षर से शुरू होता है या जिनका नाम ‘ए’ अक्षर से, ‘व’ अक्षर से या ‘क’ अक्षर से शुरू होता है, उन लोगों को 22 जून तक अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए। आपको इस बीच कोई रोग, पीड़ा या भय हो सकता है। अतः अशुभ फलों से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए 22 जून तक नित्य रूप से सूर्य देव को जल अर्पित करें। साथ ही मन्दिर या किसी धर्मस्थल पर नारियल का दान देते रहें।