धर्म डेस्क: आज अधिक ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि और शुक्रवार का दिन है। आज के दिन दोपहर 12 बजकर 17 मिनट पर सूर्यदेव मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 22 जून को 11 बजकर 12 मिनट तक सूर्यदेव यहीं पर रहेंगे। सूर्य के मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ ही विभिन्न नक्षत्र वालों पर पड़ने वाले सूर्यदेव के प्रभावों में भी बदलाव आयेगा। अतः सूर्यदेव के मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करने से विभिन्न नक्षत्र और अलग-अलग नामाक्षर वाले लोगों पर क्या प्रभाव होगा और उस स्थिति में शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये और अशुभ फलों से बचने केलिये क्या उपाय करने चाहिए। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से इन उपायों के बारें में।
मृगशिरा, आर्द्रा और पुनर्वसु नक्षत्र मे जन्में लोग
जिन लोगों का जन्म मृगशिरा, आर्द्रा या पुनर्वसु नक्षत्र में हुआ है और जिनका नाम वरूण, विनित, वंशिका, यानी ‘व’ अक्षर से शुरू होता है, जिनका नाम कोमल, कनक, केशव, यानी ‘क’ अक्षर से शुरू होता है, जिनका नाम हीना, हरीश, हिमांशु, यानी ‘ह’ अक्षर से शुरू होता है या जिनका नाम ‘घ’ अक्षर से या ‘छ’ अक्षर से शुरू होता है, उन लोगों को 22 जून तक अग्नि से संबंधित चीज़ों जैसे बिजली, गैस-चूल्हा आदि के साथ बड़ी ही सावधानी पूर्वक काम लेना चाहिए। साथ ही बिजली से संबंधित चीज़ों के साथ भी संभलकर रहना चाहिए। अगर आप इस दौरान नया घर बनाने की सोच रहे हैं, तो उसे भी 22 जून तक के लिये टालना ही अच्छा होगा। अतः सूर्यदेव की अशुभ स्थिति से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये- 22 जून तक धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग दें। साथ ही इस दौरान अगर आपका कोई शत्रु आपसे माफी मांगे तो उसे क्षमा जरूर कर दें। ऐसा करना आपके लिये लाभदायक होगा।
पुष्य, आश्लेषा, मघा या पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र मे जन्में लोग
जिनका नाम हेमंत, हिमांशी, हंस, यानी ‘ह’ अक्षर से शुरू होता है। जिनका नाम माही, महेन्द्र, मिंकू, यानी ‘म’ अक्षर से शुरू होता है या जिनका नाम ‘ड’ अक्षर से या ‘ट’ अक्षर से शुरू होता है, उन लोगों के जीवन की गति 22 जून तक कुछ थमी-सी रहेगी या हल्के प्रवाह के साथ चलेगी, जिसके चलते आपके कामों में देरी भी हो सकती है। अतः अपने कामों की गति को बनाये रखने के लिये और शुभ फलों की प्राप्ति के लिए रात को अपने सिरहाने पर दो मूली या 5 बादाम रखकर सोएं और अगले दिन सुबह उठकर स्नान आदि के बाद उन्हें किसी मन्दिर या धर्मस्थल पर दान कर दें। इसके अलावा 22 जून तक अपना सिर ढंककर रखें।
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