16 जुलाई को सुबह 10 बजकर 47 मिनट पर सूर्यदेव कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य की कर्क संक्रांति का पुण्यकाल सुबह सूर्योदय से शाम 4 बजकर 47 मिनट तक रहेगा| इस समय आप स्नान, दान-पुण्य कर सकते हैं। सूर्यदेव 16 अगस्त की की शाम 7 बजकर 12 मिनट तक कर्क राशि में ही गोचर करेंगे। इन 30 दिनों के दौरान सूर्यदेव का विभिन्न राशि वालों पर क्या प्रभाव होगा, सूर्यदेव उनके किस स्थान पर गोचर करेंगे, साथ ही सूर्यदेव के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको कौन से उपाय करने चाहिए। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
मेष राशि
सूर्यदेव आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में चौथा स्थान जीवन में माता, भूमि-भवन और वाहन से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से आपको 16 अगस्त तक अपनी मेहनत के बल पर भूमि, भवन और वाहन का लाभ मिलेगा। तो इन सब चीज़ों का उचित लाभ उठाने के लिए आपको अगले 30 दिनों तक किसी जरुरतमंद को भोजन कराना चाहिए।
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वृष राशि
सूर्यदेव आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में तीसरा स्थान भाई-बहन और अभिव्यक्ति से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से आपको भाई-बहनों का साथ मिलेगा और आप खुलकर दूसरों के आगे अपनी बात रख पायेंगे। तो भाई-बहनों के साथ संबंधों को बेहतर बनाये रखने के लिए और अपनी अभिव्यक्ति की आजादी को कायम रखने के लिए अगले 30 दिनों तक धार्मिक कार्यों में सहयोग दें।
मिथुन राशि
सूर्यदेव आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में दूसरा स्थान धन से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर के दौरान आपको मेहनत का उचित फल मिलेंगे। साथ ही आपको धन प्राप्ति के अच्छे मौके भी प्राप्त होंगे। तो अपने पास धन की गति को निरंतर बनाये रखने के लिये आपको किसी धर्मस्थल या मंदिर में नारियल का दान करना चाहिए।
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कर्क राशि
सूर्यदेव पहले स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में पहला स्थान लग्न का होता है, यानि आपका खुद का स्थान होता है। लिहाजा इस स्थान पर सूर्यदेव के गोचर से आपके चित्त में पाप की प्रवृत्ति बढ़ेगी और आपके प्रेम-संबंधों में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं।लिहाजा अगले 30 दिनों के दौरान अशुभ फलों से बचने के लिये और शुभ फलों को सुनिश्चित करने के लिये रोज सुबह स्नान आदि के बाद सूर्यदेव को नमस्कार करें।
सिंह राशि
सूर्यदेव आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में बारहवें स्थान का संबंध शैय्या सुख से है, परन्तु इस स्थान का संबंध व्यय से भी है। तो इनसे संबंधित परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए अपने घर की खिड़की और दरवाजें खुले रखें, ताकि आपके घर के अंदर सूर्य की उचित प्रकाश आ सकें।
कन्या राशि
सूर्यदेव आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में ग्यारहवें स्थान का संबंध आमदनी और कामना पूर्ति से है। सूर्य के इस गोचर से आपकी आमदनी में वृद्धि होगी। साथ ही आपको अपनी इच्छाओं की पूर्ति में पूर्ण रूप से सफलता मिलेगी। लिहाजा आमदनी में बढ़ोतरी के लिए और अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए रात के वक़्त अपने सिरहाने पर 5 बादाम रखकर सोएं और अगले दिन सुबह उठकर उन्हें किसी धर्मस्थल या मंदिर में दान कर दें।
तुला राशि
सूर्यदेव आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में दसवें स्थान का संबंध राज्य और पिता से है। लिहाजा अपने करियर में परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए और पिता के कार्यों में सफलता सुनिश्चित करने के लिए आज से 16 अगस्त तक अपना सिर ढक्कर रखें। सफेद रंग की टोपी या पगड़ी पहन सकते हैं।
वृश्चिक राशि
सूर्यदेव आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में नवें स्थान का संबंध भाग्य से होता है। लिहाजा इस स्थान पर सूर्यदेव के गोचर से आपको अपने कार्यों में भाग्य का साथ मेहनत के बल पर मिलेगा। मेहनत से आप ऊंचाईयों को छू सकते हैं। तो अगले 30 दिनों तक भाग्य का साथ पाने के लिए घर में पीतल के बर्तन का उपयोग करें। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि किसी अन्य को पीतल की कोई चीज गिफ्ट या दान न करें।
धनु राशि
सूर्यदेव आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में अष्टम सूर्य वाला व्यक्ति जहां होता है वहाँ कोई मरता नहीं है। ये गोचर आपकी और आपकी सराउंडिंग के लिए अमृत है लिहाजा शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये लिए काली गाय की सेवा करें। साथ ही अगले 30 दिनों के दौरान जब भी मौका मिले तो बड़े भाई की मदद करें।
मकर राशि
सूर्यदेव आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में सातवें स्थान का संबंध जीवनसाथी से है और आपके दाम्पत्य जीवन से है। सूर्य के इस गोचर से आपके दाम्पत्य संबंध मधुर होंगे। तो जीवनसाथी के साथ अपने संबंध बेहतर करने के लिए और दाम्पत्य जीवन में प्यार को बरकरार रखने के लिए अगले 30 दिनों के दौरान जब भी आपको मौका मिले, किसी जरुरतमंद को अपने भोजन में से एक हिस्सा निकालकर दें।
कुंभ राशि
सूर्यदेव आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में छठे स्थान का संबंध मित्र और शत्रुओं से होता है। सूर्य के इस गोचर से आपके जीवन में मित्रों की वृद्धि होगी और शत्रुओं की गिनती में कमी आयेगी। तो अपने मित्रों की संख्या में बढ़ोतरी सुनिश्चित करने के लिए, साथ ही अपने कामों में दोस्तों का सहयोग पाने के लिए बंदर को गुड़ खिलाएं। साथ ही मंदिर में बाजरा दान करें।
मीन राशि
सूर्यदेव आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। सूर्यदेव के इस गोचर से आपको मेहनत के बल पर विद्या का लाभ मिलेगा। आपको संतान पक्ष से सुख मिलने में आ रही दिक्कतें दूर हो जायेंगी। हालांकि गुरु और जीवनसाथी के साथ अच्छे संबंध बनाने के लिये आपको कोशिश करनी होगी। तो अगले 30 दिनों तक परेशानियों को दूर करने के लिए और चीज़ों का फायदा उठाने के लिए छोटे बच्चों को कुछ गिफ्ट करें।