मिथुन राशि
सूर्यदेव आपके पहले स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में पहला स्थान लग्न का स्थान होता है, यानी आपका खुद का स्थान होता है। अतः इस स्थान पर सूर्यदेव के गोचर से आपको कई तरह के फायदे होंगे। अपनी मेहनत के बल पर आपको धन की प्राप्ति होगी, आपके यश-सम्मान में बढ़ोतरी होगी, आपके प्रेम-संबंधों में मजबूती आयेगी। साथ ही आपकी संतान को भी न्यायालय से लाभ मिलेगा। अगले 30 दिनों के दौरान इन सब चीज़ों का लाभ पाने के लिए आपको सूर्यदेव के मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र है- ‘ॐ ह्रां ह्रीं हौं स: सूर्याय नम:। तो अगले 30 दिनों के दौरान सूर्य के इस मंत्र का जाप करने से आपको धन की प्राप्ति होगी, आपके यश-सम्मान में बढ़ोतरी होगी, आपके प्रेम-संबंधों में मजबूती आयेगी। साथ ही आपकी संतान को न्यायालय से लाभ मिलेगा।
कर्क राशि
सूर्यदेव आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में बारहवें स्थान का संबंध शैय्या सुख से है, परन्तु साथ ही इस स्थान का संबंध व्यय से भी है। सूर्य के इस गोचर से आपको शैय्या सुख पाने में थोड़ी परेशानी हो सकती है, साथ ही आपके खर्चें भी बढ़ेंगे। अतः शैय्या सुख से संबंधित परेशानी से छुटकारा पाने क लिये और बढ़ते खर्चों पर रोक लगाने के लिए अगले 30 दिनों के दौरान सुबह के समय अपने घर के खिड़की, दरवाजे खुले रखें, ताकि आपके घर के अन्दर सूर्य की उचित रोशनी आ सके। इससे आपके खर्चे कम होंगे और आपको शैय्या सुख की प्राप्ति होगी।
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