आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार 22 जून की दोपहर 2 बजकर 21 मिनट पर शुक्राचार्य कर्क राशि में प्रवेश कर चुके हैं और 17 जुलाई की सुबह 9 बजकर 26 मिनट तक शुक्राचार्य यहीं पर रहेंगे। उसके बाद सिंह राशि में प्रवेश कर जायेंगे | शुक्र के कर्क राशि में इस प्रवेश से विभिन्न राशि वालों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा । तो शुक्र के इस गोचर से विभिन्न राशि वालों पर क्या प्रभाव होगा, शुक्र उनके किस स्थान पर गोचर करेंगे, साथ ही उस स्थिति में शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये और अशुभ फलों से बचने के लिये विभिन्न राशि वालों को क्या उपाय करने होंगे। जानिए इसके बारे में विस्तार से।
मेष राशि
शुक्राचार्य आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर से 17 जुलाई तक आपको भूमि, भवन और वाहन का सुख प्राप्त होगा, लेकिन काम के प्रति आपको अपनी मेहनत जारी रखनी होगी। मेहनत करने से ही आपको इन सब चीज़ों का उचित सुख प्राप्त होगा। इसके अलावा इस दौरान आपकी दोस्ती कुछ मस्तमौला लोगों से होगी। शुक्र के शुभ प्रभाव सुनिश्चित करने के लिये और अशुभ प्रभावों से बचने के लिये आडू की गुठली में काला सुरमा भरकर जमीन में दबाएं।
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वृष राशि
शुक्राचार्य आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर से आप दूसरे लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करने में समर्थ होंगे। जीवनसाथी का साथ मिलने से जीवन में सब अच्छा होगा और घर में कभी चोरी का भय नहीं होगा। इस दौरान आपको अपने भाई-बहनों का पूरा सहयोग मिलेगा। माता-पिता से भी सुख की प्राप्ति होगी। शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये घर की महिलाओं का सम्मान करें। साथ ही मन्दिर में कपूर जलाएं।
मिथुन राशि
शुक्राचार्य आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर से 17 जुलाई तक आपको धन लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। शुक्र के इस गोचर से सामान्य रूप से आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। इस दौरान उन लोगों को अधिक फायदा मिलेगा, जो किसी न किसी रूप में पशुपालन या कच्ची मिट्टी के काम से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा प्रेम-संबंधों में आपको सफलता प्राप्त होगी। शुक्र के गोचर के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये दो सौ ग्राम गाय का घी मन्दिर में दान करें।
कर्क राशि
शुक्राचार्य आपके पहले स्थान, यानी लग्न स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर से आपकी स्थिति हर तरह से ठीक रहेगी। आपको परिस्थितियों का उचित लाभ प्राप्त होगा। साथ ही अगर आपकी शादी अभी तक नहीं हुई है, तो जल्द ही आपके लिये अच्छे रिश्ते आने भी शुरू होंगे। लेकिन अगर आप विवाहित हैं तो अपने जीवनसाथी की सेहत का ख्याल रखना चाहिए। शुक्र की अशुभ स्थिति से बचने के लिये स्नान के समय अपने पानी में थोड़ा-सा दही डालकर नहाएं।
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सिंह राशि
शुक्राचार्य आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर के दौरान दूसरों से मदद पाने के लिये आपको मेहनत करनी पड़ेगी। शैय्या सुख पाने के लिये भी कोशिशें जारी रखनी होंगी। साथ ही इस बीच आपको अपने स्वास्थ्य का ख्याल भी रखना चाहिए। साथ ही शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिये घर की महिला अपने हाथों से घर की थोड़ी-सी धूल ले जाकर कहीं विराने में दबाएं।
कन्या राशि
शुक्राचार्य आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर से आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी होगी। आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी और आपकी जो भी इच्छाएं हैं, वो इस बीच पूरी हो जायेंगी। इसके अलावा आपके बचपन की यादें फिर से ताजा होंगी। लिहाजा शुक्र के इन शुभ फलों को सुनिश्चित करने के लिये चमेली के तेल का दान करें। साथ ही गाय की सेवा करें।
तुला राशि
शुक्राचार्य आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर से आपको अपने करियर में सफलता पाने के लिये कड़ी मेहनत करनी होगी। आपकी मेहनत से ही आपके पिता के करियर की सफलता भी सुनिश्चित होगी। इसके अलावा 17 जुलाई तक आपको अपने जीवनसाथी की आंखों का खास ख्याल रखना चाहिए। साथ ही शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिये शुक्रवार के दिन मन्दिर में दही से बनी चीज़ों या दही का दान करें।
वृश्चिक राशि
शुक्राचार्य आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे। यह स्थान भाग्य का होता है। अतः शुक्र के इस गोचर से आपके भाग्य में बढ़ोतरी होगी। आपको अपनी किस्मत का पूरा-पूरा साथ मिलेगा। आपके अधूरे पड़े काम पूरे होंगे। आपकी बौद्धिक क्षमता में बढ़ोतरी होगी। शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए काली या लाल गाय की सेवा करें। साथ ही घर के अंदर कच्ची जमीन में और अगर घर में कच्ची जगह न हो तो घर के बाहर कच्ची जगह पर जमीन में थोड़ा-सा शहद दबाएं।
धनु राशि
शुक्राचार्य आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से शत्रु आपके सामने कमजोर होंगे । इसके अलावा आपकी सेहत बहुत ही अच्छी रहेगी। आप शारीरिक और मानसिक, दोनों तरह से अपने आपको फिट महसूस करेंगे। शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये मन्दिर में सिर झुकाएं। साथ ही इस दौरान किसी की दान की हुई वस्तु न लें।
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मकर राशि
शुक्राचार्य आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से जीवनसाथी के साथ रिश्तों में कुछ अनबन हो सकती है। संतान के लिये भी शुक्र का यह गोचर अधिक फलदायी नहीं होगा। इस दौरान आपको अपनी धन-सम्पत्ति संभालकर रखनी चाहिए। खासकर कि अपनी पैतृक सम्पत्ति की आपको देखभाल करनी चाहिए। इसके साथ ही शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिये और शुभ फलों की प्राप्ति के लिये शुक्रवार के दिन गन्दे नाले में नीला फूल डालें।
कुंभ राशि
शुक्राचार्य आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर से आपका समय बहुत अच्छा बीतेगा। आपको उत्तम फलों की प्राप्ति होगी। आपको सांसारिक सुख का लाभ मिलेगा। आपको अपने कार्य़ों में अपने मित्रों का भी पूरा सहयोग प्राप्त होगा। वे आपकी हर संभव मदद के लिये हर समय तैयार खड़े होंगे। इस दौरान आपकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी रहेगी। शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये घर की महिला हर वक्त अपने पैरों में कुछ न कुछ पहने रहे, वो जमीन पर नंगे पैर न चले।
मीन राशि
शुक्राचार्य आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र के इस गोचर से आपकी जीवनशैली में सुधार आयेगा। आपकी लव लाइफ या आपके दाम्पत्य संबंध अच्छे बने रहेंगे। आपको सुख की प्राप्ति के लिये अधिक भटकना नहीं पड़ेगा। सब सामान्य रूप से आपको मिलता रहेगा। धर्म में आप कुछ हद तक रुचि दिखायेंगे। इस बीच आपकी बौद्धिक क्षमता भी ठीक रहेगी। शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये और अशुभ फलों से बचने के लिये अपनी माता की सेवा करें। साथ ही मन्दिर में दही आदि का दान करते रहें।